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खेल-कूद

एचडब्ल्यूएल : पाकिस्तान के खिलाफ हर हाल में जीत चाहेगा भारत

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एंटवर्प (बेल्जियम) | हॉकी वर्ल्ड लीग (एचडब्ल्यूएल) सेमीफाइनल में अपने शुरुआती दोनों मैच जीतकर शानदार लय में चल रही भारतीय पुरुष हॉकी टीम को अब चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान की चुनौती का सामना करना है। शुक्रवार को होने वाले इस मैच में निश्चित तौर पर भारतीय टीम अपनी जीत के क्रम को जारी रखने का मकसद लेकर उतरेगी।

भारतीय टीम अब तक टूर्नामेंट में फ्रांस और पोलैंड को हरा चुकी है और अपनी रणनीतियों को लागू करने में सफल रही है। मुख्य कोच पॉल वैन ऐस की 10 ऑन 10 वाली नई रणनीति के तहत खेल रही भारतीय टीम का मकसद पाकिस्तान के खिलाफ भी अपनी लय बरकरार रखने पर रहेगा। वैन ऐस ने कहा, “पाकिस्तान काफी आक्रामक अंदाज में खेलने वाली टीम है और उनके पास काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं। दूसरी ओर हमारी टीम अपेक्षाकृत युवा है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि हमारी टीम के यह कोई चिंता की बात है। टीम का मुख्य ध्यान पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने और उन्हें भुनाने, विपक्षी टीम के डी में आक्रामक रहने और उस बीच मौके बनाने पर रहेगा।” पाकिस्तान ने टूर्नामेंट में जहां पोलैंड को हरा विजयी शुरुआत की, वहीं दूसरे मैच में उसे विश्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया के हाथों बुधवार को 1-6 से करारी हार झेलनी पड़ी। हालांकि दोनों ही टीमों के मौजूदा फॉर्म के आधार पर उनके क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की पूरी संभावनाएं हैं तथा शुक्रवार को होने वाले मैच में जीतने वाली टीम की दावेदारी और मजबूत हो जाएगी। पिछली बार दोनों टीमें दिसंबर, 2014 में चैम्पियंस ट्रॉफी में भिड़ी थीं, जिसमें भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी थी।

मौजूदा भारतीय टीम में पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ वी. आर. रघुनाथ, अनुभवी फॉरवर्ड खिलाड़ी एस. वी. सुनील और कोथाजीत सिंह नहीं हैं, इसके बावजूद टीम ने दिखाया है कि वे अभी भी उतने ही धारदार हैं। भारतीय टीम के कप्तान सरदार सिंह शानदार लय में चल रहे हैं और हर मोर्चे पर उन्होंने टीम की अगुवाई की है, वहीं प्रतिभावान फॉरवर्ड वाल्मीकि बंधुओं ने अपनी काबिलियत साबित की है। दिग्गज गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश भी करियर के उत्कृष्टतम फॉर्म में चल रहे हैं। ऐसे में भारतीय टीम द्वारा इस बार पाकिस्तान के सामने कहीं कड़ी चुनौती पेश करने की उम्मीद है। कप्तान सरदार के अनुसार, “हमारी मुख्य ताकत रक्षापंक्ति होगी तथा बचाव करने की जिम्मेदारी फॉरवर्ड लाइन से ही शुरू हो जाएगी। फॉरवर्ड खिलाड़ियों का कार्य गेंद छीनना और पलटवार करना होगा। हमने अगले दो मैचों के लिए नई रणनीति 10 ऑन 10 पर काम करना शुरू कर दिया है।”

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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