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प्रादेशिक

किसी के दबाव में काम नहीं करता : नीतीश

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पटना | बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दल (युनाइटेड) के मोकामा क्षेत्र के विधायक अनंत सिंह को अपहरण के एक मामले में गिरफ्तार किए जाने के मामले पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह किसी के दबाव में काम नहीं करते। उन्होंने कहा कि कानून ने अपना काम किया है। पटना में शुक्रवार को पत्रकारों द्वारा विधायक की गिरफ्तारी के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैंने राज्य में कानून का राज कायम किया है। यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कानून तोड़ने वालों पर कारवाई हुई है।”

उन्होंने कहा, “मेरी सरकार न किसी को फंसाती है और न ही किसी को बचाती है। यही कानून का राज है।” बिहार में जंगलराज होने के विपक्षी दलों के आरोप पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में वर्ष 2002 में जो हुआ था, क्या वह ‘मंगलराज’ था। नीतीश ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि उस समय राजग सरकार के एक केन्द्रीय मंत्री ने गुजरात दंगे के खिलाफ इस्तीफा दे दिया था, लेकिन आज फिर वह केंद्र की राजग सरकार में मंत्री हैं, और अब उन्हें बिहार में जंगलराज दिखाई दे रहा है।

नीतीश का इशारा केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की ओर था। उल्लेखनीय है कि विधायक अनंत सिंह को एक ठेकेदार राजू सिंह के अपहरण और रंगदारी (जबरन पैसा वसूली) के मामले में बुधवार को गिरफ्तार किया गया था।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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