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खेल-कूद

कतर विश्व कप-2022 कार्यक्रम को लेकर खेल पंचाट पहुंचा एलपीएफ

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मेड्रिड | स्पेनिश फुटबाल लीग (एलपीएफ) ने कतर विश्व कप-2022 को यूरोपीयन फुटबाल सत्र के मध्य में ही कराए जाने के फीफा के फैसले के खिलाफ खेल पंचाट न्यायाधिकरण के समक्ष मुकदमा दायर किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार फीफा ने कतर में पड़ने वाली गर्मी से बचने के लिए फीफा विश्व कप-2022 का आयोजन 20 नवंबर से 18 दिसंबर के बीच कराने का फैसला किया।

हालांकि विश्व कप कार्यक्रम के कारण स्पेनिश लीग सत्र बुरी तरह प्रभावित होगा, जो अधिकांश यूरोपीय लीग टूर्नामेंट के साथ अगस्त से मई के बीच खेला जाता है। एलएफपी के अध्यक्ष जेवियर टेबास ने रविवार को कहा कि उन्होंने सीएएस के समझ तीन अलग-अलग रिपोर्ट पेश किए हैं, जिनमें बताया गया है कि ‘विश्व कप को सर्दियों में करवाए जाने से हमें 650 लाख यूरो का नुकसान होगा’। टेबास ने इस बात की पुष्टि की कि इंग्लिश प्रीमियर लीग, बुंदेसलीगा और सेरी-ए सहित अधिकांश लीग उनके समर्थन में हैं, हालांकि वे दर्ज करवाए गए मामलों पर हस्ताक्षर नहीं कर सके हैं।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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