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बिजनेस

रिलायंस इंडस्ट्रीज विदेशी बाजार से 22.5 करोड़ डॉलर जुटाएगी

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मुंबई| रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अमेरिकी एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक की गारंटी के साथ 2.512 फीसदी ब्याज पर 22.5 करोड़ डॉलर जुटाएगी। निजी क्षेत्र की ऊर्जा कंपनियों के लिए यह इस तरह का पहला वाकया होगा।

कंपनी ने गुरुवार को कहा कि निर्गम की परिपक्व ता अवधि 11 साल होगी और दुनिया भर में उड्डयन क्षेत्र से बाहर की किसी कंपनी के लिए यह अवधि भी सबसे लंबी होगी।

कंपनी के बयान में कहा गया है, “एक निश्चित दर पर जुटाई जाने वाली इस राशि का उपयोग पहले एक्सिम बैंक की गारंटी पर फ्लोटिंग दर पर हासिल किए गए कर्ज का एक हिस्सा चुकाने में किया जाएगा। फ्लोटिंग दर पर कर्ज भारत में जामनगर परिसर में पूंजीगत खर्च के लिए लिया गया था।”

कंपनी की 12 जून को हुई सालाना आम बैठक में अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा था कि कंपनी जामनगर में 15 लाख टन क्षमता वाली विश्व स्तरीय इथाइलीन क्रैकर इकाई स्थापित कर रही है। यह अगले कारोबारी साल की तीसरी तिमाही में शुरू हो जाएगी।

यह नए परिसरों के निर्माण के लिए किए जा रहे दो लाख करोड़ रुपये के निवेश का एक हिस्सा है, जिसका मकसद नए कारोबार का विकास करना है।

 

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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