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बिहार : विधायक बनने की चाहत में कर रहे ‘गणेश परिक्रमा’
मनोज पाठक
पटना| बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ यहां के राजनीतिक दलों के कार्यालयों और वरिष्ठ नेताओं के आवासों में टिकटार्थियों का जमावड़ा शुरू हो गया है। यही नहीं टिकटार्थियों के कारण बायोडाटा बनाने वालों की जहां चांदी हो गई है और राजधानी पटना के होटल भी गुलजार हो गए हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो इन कार्यकर्ताओं से मिल भी रहे हैं और उनका बायोडाटा ले रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सहित अन्य राजनीतिक दल के कार्यालयों में भी हुजूम उमड़ गया है।
विधायक बनने की चाह में ये कार्यकर्ता अपने नेताओं के द्वार-द्वार घूम रहे हैं। इनमें अधिकांश पार्टी के कार्यकर्ता और युवा शामिल हैं। कई मुखिया भी टिकट की इस दौड़ में पटना के राजनीतिक गलियारों में चक्कर लगा रहे हैं। टिकट पाने की चाहत रखने वाले मुखियाओं का स्पष्ट कहना है कि अगर वे पंचायत चुनाव जीत सकते हैं तो विधानसभा चुनाव क्यों नहीं? रोहतास जिले के एक राजद कार्यकर्ता पिछले चार दिनों से राजद कार्यालय और लालू आवास की परिक्रमा कर रहे हैं। इन्हें आशा है कि उन्हें टिकट मिल जाएगा।
टिकट की जुगाड़ में 15 दिनों से पटना के एक होटल में बगहा के जद (यू) कार्यकर्ता भीष्म सहनी कहते हैं कि कार्यकर्ताओं के पास पसीना बहाने के अलावे क्या होता है, पहले विधायक आवास रहता था, तो वहां ठहर जाते थे, परंतु अब वह भी नहीं रहा। ऐसे में होटल ही एक सहारा है। वाल्मीकिनगर विधानसभा सीट से टिकट की चाह में सुरेन्द्र कुशवाहा भी पटना में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के वरिष्ठ नेताओं की परिक्रमा कर रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी के लिए मेहनत किया है, इसके बदले कुछ तो मिलना चाहिए।
राजद कार्यालय में टिकट चाहने वाले एक से बढ़कर एक रंगीन बायोडाटा लेकर पहुंच रहे हैं। बायोडाटा रंगीन और सादा हैं। बायोडाटा में पहला पेज सबसे अधिक आकर्षक बनवाया गया है, जिसमें तस्वीर भी सलीके से छपवाई जा रही है। अंदर के पेज पर लंबे-चौड़े राजनीतिक व सामाजिक कार्यो का विवरण गिनाया गया है। इस तरह के बायोडाटा राजद कार्यालय सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिंह के पास जमा कराए जा रहे हैं। सभी टिकट चाहने वालों का बायोडाटा चार पेज से कम नहीं होता है।
यही हाल जद (यू) और भाजपा कार्यालय में है। भाजपा के कार्यकर्ता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय और सुशील कुमार मोदी के आवास पर पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर भी गुरुवार को दिनभर टिकट चाहने वालों की भीड़ लगी रही। मुख्यमंत्री भी टिकट की आस में आए लोगों से मिलते रहे। टिकटार्थियों की भीड़ होटलों और बायोडाटा बनाने वाले दुकानों में खूब जुट रही है। यहां के लगभग सभी होटल भरे हुए हैं। डाक बंगला चौराहा स्थित विशाल होटल के प्रबंधक आशीष कहते हैं कि होटल में अग्रिम बुकिंग बंद है।
होटलों की बहुतायत वाले इलाके फ्रेजर रोड में टिकटार्थी नेताओं की भीड़ देखी जा रही है। यहां के होटलों में 300 से 3,000 रुपये तक के कमरे उपलब्ध हैं। टिकट के दावेदार ज्यादातर नेता अपने-अपने समर्थकों के साथ पटना पहुंचे हैं। एक होटल प्रबंधक का कहना है कि होटलों में अग्रिम बुकिंग बंद है। यदि लोग आते हैं और कमरा खाली होता है तो उन्हें मिल जाता है। चुनावी सीजन में प्रत्येक होटल वाला फायदा कमाना चाहता है। यही हाल बायोडाटा बनाने वाले दुकानों का भी है। इन दुकानदारों की तो चांदी हो गई है। एक दुकानदार का कहना है कि प्रतिदिन 15 से 20 लोग बायोडाटा बनवा रहे हैं।
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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.
शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।
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