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अन्तर्राष्ट्रीय

कठोर और संवेदनहीन पति थे सलमान रश्दी: पद्म लक्ष्मी

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कठोर और संवेदनहीन पति, साहित्‍य के नोबल पुरस्‍कार से सम्‍मानित सलमान रश्दी, इंडियन-अमेरिकन मॉडल और अमेरिकी टेलिविजन शो 'टॉप शेफ' की जज पद्म लक्ष्मी, सलमान रश्दी के साथ कलह से भरी रिलेशनशिप की विस्तृत चर्चा

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salman rushdie wife padma lakshmi

न्यू यॉर्क।  साहित्‍य के नोबल पुरस्‍कार से सम्‍मानित दुनिया के चर्चित और विवादित लेखक सलमान रश्दी एक कठोर और संवेदनहीन पति थे. यह कहना है उनकी पूर्व पत्नी पद्म लक्ष्मी का जिन्‍होंने अपनी विस्फोटक आत्मकथा में कई सनसनीखेज दावे किए हैं। पद्म लक्ष्मी ने कहा है कि सर सलमान रश्दी को जब साहित्य का नोबेल प्राइज नहीं मिला तो उन्हें हर साल सांत्वना की जरूरत पड़ती थी। उन्होंने किताब में लिखा है कि उनका वैवाहिक जीवन ईर्ष्या और असुरक्षा के कारण बर्बाद हुआ है। पद्म लक्ष्मी ने कहा, ‘सर सलमान रश्दी से जब मैं यौन करीबी बढ़ाने से इनकार करती थी तो वह मुझे ‘अ बैड इन्वेस्टमेंट’ (एक घाटे का सौदा) के रूप पारिभाषित करते थे।’ पद्म लक्ष्मी ने रश्दी को कठोर और संवेदनहीन पति करार दिया है।

इंडियन-अमेरिकन मॉडल और अमेरिकी टेलिविजन शो ‘टॉप शेफ’ की जज पद्म लक्ष्मी ने रश्दी से शादी के तीन साल बाद तलाक ले लिया था। रश्दी ‘द सटैनिक वर्सेस’ के लेखक हैं। पद्म लक्ष्मी की आत्मकथा मंगलवार को न्यू यॉर्क में पब्लिश हुई है। 45 साल की लक्ष्मी ने इस किताब में रश्दी के साथ कलह से भरी रिलेशनशिप की विस्तृत चर्चा की है। लक्ष्मी और रश्दी की मुलाकात 1999 में न्यू यॉर्क की एक पार्टी में हुई थी। तब लक्ष्मी 28 साल की थीं और सिंगल थीं। उस वक्त सलमान रश्दी की उम्र 51 साल हो रही थी। 2004 में इन दोनों ने शादी कर ली थी।

28साल की पद्मलक्ष्मी ने 51 साल के सलमान रूश्दी से 1999 में किया था विवाह

पद्म लक्ष्मी ने बताया है कि कैसे सलमान रश्दी उनके लिए बिस्तर पर ही नाश्ता तैयार कर लाते थे। लक्ष्मी ने बताया है कि शादी के शुरुआती दिन उनके बेहद खूबसूरत थे। लक्ष्मी ने दावा किया है कि धीरे-धीरे कड़वाहट बढ़ी तब पता चला कि सर सलमान रश्दी कितने कठोर हैं। लक्ष्मी के मुताबिक रश्दी बेहद कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते थे। सलमान रश्दी का जन्म मुंबई में हुआ था लेकिन बाद में वह यूके में आकर बस गए। साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए 2007 में उन्हें ब्रिटेन की महारानी ने नाइट की उपाधि दी थी। रश्दी को 1983 में उनके उपन्यास ‘मिडनाइट चिल्ड्रन’ के लिए बुकर सम्मान भी मिल चुका था।

जब रश्दी की ग्लैमरस पत्नी की तस्वीर न्यूजवीक के कवर पेज पर छपी और इसे खुश होकर लक्ष्मी ने अपने पति को दिखाया को झल्लाए रश्दी ने कहा था, ‘न्यूजवीक अपने कवर पेज पर मेरी तस्वीर तभी केवल छापे जब मेरे सिर पर कोई गोली दागने की कोशिश कर रहा हो।’ लक्ष्मी ने इस हफ्ते पीपल मैग्जीन से एक इंटरव्यू में कहा है, ‘मैं बस अपनी पहचान चाहती थी। मैं अपनी लाइफ में एक मंच से दूसरे मंच पर गई लेकिन ऐसा करने में मुझे अहसास हुआ कि मैं हर जगह नहीं हो सकती जहां वह चाहते हैं।’ लक्ष्मी के गर्भाशय में एक टिशू डिवेलप हो गया था। इस वजह से वह बहुत दर्द झेल रही थीं। गर्भाशय बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। इस बारे में लक्ष्मी ने लिखा है, ‘सलमान उस दौरान बिल्कुल निष्ठुर थे। जब मैंने दर्द के कारण सेक्स से इनकार किया तो उनका जवाब था कि तुम अपनी सुविधा देखती हो। ऐसा नहीं है कि मैं उन्हें नहीं चाहती थी लेकिन जो हुआ वह बहुत गलत था। मैं बिल्कुल नहीं समझ पाई। इसके बाद गलतफ़हमी को खूब जगह मिली।’

लक्ष्मी एक पांच घंटे के ऑपरेशन के बाद कई अंगों में टांके के साथ घर लौटी थीं। लक्ष्मी ने दावा किया है कि जब रश्दी को मेरा ख्याल रखना चाहिए था तब वह वर्क ट्रिप पर निकल गए। उन्होंने ऐसी स्थिति बनाई कि किसी भी हालत में जाना जरूरी है। जब लक्ष्मी इस दर्द से उबरीं तब उन्होंने तलाक का फैसला लिया। अब सलमान रश्दी का कहना है, ‘यह हैरान करने वाला है कि मैंने चार शादियां कीं। अब मैं सोचता हूं कि शादी की जरूरत नहीं है। लड़कियां उन्हें पसंद करती हैं जिन्होंने कभी शादी नहीं की। लड़कियां विवाह समारोह के तामझाम को चाहती हैं न कि एक विवाह। यदि आप बिना विवाह के विवाह समारोह चाहते हैं तो ठीक है।

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IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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