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विधायक रामपाल समेत सात आरोपी जेल से हुए रिहा

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विधायक रामपाल यादव, लखनऊ विकास प्राधिकरण, अवैध अपार्टमेंट ढहाने, जमानत पर रिहा

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विधायक रामपाल यादव, लखनऊ विकास प्राधिकरण, अवैध अपार्टमेंट ढहाने, जमानत पर रिहा

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आर्म्स एक्ट के दो आरोपी अभी जेल में

राकेश यादव

लखनऊ। अवैध अपार्टमेंट ढहाने के दौरान लखनऊ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दल से हाथापाई और बवाल करने वाले सीतापुर बिसंवा के विधायक रामपाल यादव समेत सात अन्य आरोपियों को मंगलवार की देर शाम जिला जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस अभियुक्तों को सोमवार को जमानत मिल गई थी किंतु कुछ तकनीकी खामियों की वजह से इन्हें रिहा नहीं किया जा सका था। नौ आरोपियों में से दो आरोपियों को आम्र्स एक्ट लगा होने की वजह से रिहा नहीं किया गया है। जेल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक एलडीए अधिकारियों के साथ अभद्रता करने के आरोपी विधायक समेत सात अभियुक्तों को जमानत मिल गई थी। औपचारिक कागजीखानापूर्ति पूरी नहीं हो पाने की वजह से उनकी रिहाई नहीं हो पाई थी। मंगलवार को औपचारिकता पूरी होने के बाद जेल प्रशासन के अधिकारियों ने विधायक रामपाल यादव, पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, गगन यादव, शिवकुमार यादव, शिवेंद्र यादव, भारती यादव, तौकीर अहमद को रिहा कर दिया गया।

जेल प्रशासन के अनुसार पुलिस ने विधायक रामपाल यादव समेत कुछ नौ आरोपियों को जेल भेजा था। सात की रिहाई हो गई। आम्र्स एक्ट में बंद जितेंद्र यादव व पुष्पेंद्र यादव को रिहा नहीं किया गया है। बीते शुक्रवार को सीतापुर बिसंवा के विधायक रामपाल यादव के जियामऊ स्थिति निर्माणाधीन काम्पलेक्स को ध्वस्त करने के लिए विकास प्राधिकरण को प्रवर्तन दल भारी सुरक्षा के बीच पहुंचा था। इसकी सूचना मिलते ही दबंग विधायक रामपाल यादव समधी पूर्व विधायक राजेंद्र यादव समेत सैकड़ों समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने प्रवर्तन दल के सदस्यों ने पहले नोकझोंक हुई। इसके बाद समर्थकों ने बवाल मचाना शुरू कर दिया। इस बवाल के दौरान एलडीए अधिकारियों के साथ हाथापाई भी हुई। इसके खिलाफ एलडीए के अवर अभियंता की ओर से आरोपी विधायक रामपाल यादव समेत नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस ने इन अभियुक्तों को गिरफतार कर जेल भेज दिया था।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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