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नेशनल

बीएसएनएल, एमटीएनएल विलय का फैसला 4-5 महीने में

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नई दिल्ली,सार्वजनिक क्षेत्र,दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों बीएसएनएल,एमटीएनएल,राकेश गर्ग

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नई दिल्ली | सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल का विलय करने का फैसला अगले चार से पांच महीने में लिया जा सकता है। दूरसंचार सचिव राकेश गर्ग ने यह बात शुक्रवार को कही। उन्होंने कहा, “बीएसएनएल, एमटीएनएल विलय का फैसला इस पर भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) की रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद चार से पांच महीने में लिया जाएगा।”

बीएसएनएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने कहा कि विलय से पहले एमटीएनएल को शेयर बाजार से डिलिस्ट किया जाएगा। एमटीएनएल के शेयरों में शुक्रवार को करीब 20 फीसदी उछाल दर्ज किया गया। एमटीएनएल के शेयर दोपहर करीब 3.04 बजे बंबई स्टॉक एक्सचेंज में 19.88 फीसदी तेजी के साथ 19.90 रुपये पर कारोबार करते देखे गए। एमटीएनएल ने हालांकि कहा है कि बोर्ड के सामने अभी डिलिस्टिंग का कोई प्रस्ताव नहीं है। दूरसंचार विभाग ने सितंबर 2014 में दोनों कंपनियों का विलय पूरा करने की समय सीमा 31 जुलाई 2015 तय की थी। एमटीएनएल जहां दिल्ली और मुंबई में सेवा देती है, वहीं बीएसएनएल देश के शेष संपूर्ण हिस्से में सेवा देती है।

नेशनल

महाराष्ट्र में बोले अमित शाह- शरद पवार की चार पुश्तें भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, “मैं एमवीए वालों से पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर होना चाहिए या नहीं?

अमित शाह ने आगे कहा, ”अभी-अभी जम्मू कश्मीर के असेंबली में मीटिंग हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस पार्टी ने भी एक संकल्प किया कि धारा 370 वापस लाइए, कश्मीर जो है भारत का अभिन्न यंग नहीं है। मैं आज संभाजी महाराज की भूमि पर कह कर जा रहा हूं- शरद पवार साहब, चाहे आपकी चार पुश्ते भी आ जाएं, हम धारा 370 को वापस नहीं आने देंगे।”

अमित शाह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करके कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 75 साल से राम मंदिर को लटका रही थी। राहुल गांधी अयोध्या नहीं गए, उन्हें वोट बैंक से डर लगता है। हम बीजेपी वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं. हमने काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर भी बनाया, सोमनाथ का मंदिर भी सोने का बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, इसे रोकने का एकमात्र रास्ता बीजेपी की सरकार है। महायुति की सरकार है।

 

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