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प्रादेशिक

उप्र सरकार की नई पहल ‘हैलो डाक्टर’

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने चौबीस घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक टोल फ्री नंबर शुरू करने का निर्णय लिया है। नाम रहेगा ‘हैलो डाक्टर’। इस सेवा में लोग फोन पर ही डाक्टर की सलाह ले सकते हैं।  प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य को इस सेवा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए इसके व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं। इसके लिए विभाग ने डेढ़ करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, प्रदेश में लोगों को चैबीस घंटे स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नई मुहिम शुरू की है। डाक्टरों की कमी से जूझ रहा विभाग अब फोन पर ही सेहत की जानकारी देगा। इसके लिए टोल फ्री नंबर 1800-180-1900 शुरू किया गया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत शुरू किए गए इस कार्यक्रम को ‘हैलो डाक्टर’ नाम दिया गया है। इस नंबर पर चौबीस घंटे डाक्टर की तैनाती रहेगी। मौसमी बुखार व अन्य किसी तरह की परेशानी होने पर टोल फ्री नंबर पर डायल कर बीमारी की लक्षण बताने पर डाक्टर की सलाह मिल सकेगी। अधिकारियों के अनुसार, टोल फ्री नंबर से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में अचानक तबीयत खराब होने पर संबंधित व्यक्ति को घर पर ही तत्काल उपचार मिल सकेगा। इसके लिए आशा बहुओं व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टोल फ्री नंबर पर फोन करने के निर्देश दिए गए हैं।

इन कार्यकर्ताओं को डाक्टर दवाओं का नाम बताएंगे और स्वास्थ्य कार्यकर्ता मौके पर ही बीमार की मदद करेंगे। तत्काल उपचार मिलने से मरीज की हालत गंभीर नहीं हो पाएगी और झोलाछाप डाक्टरों की बेतुकी दवाओं से उन्हें मुक्ति मिलेगी। इस कार्यक्रम की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए विभाग ने प्रचार प्रसार पर खर्च करने के लिए प्रत्येक जनपद को दो लाख रुपये आंवटित किए गए हैं। जनपद के सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र, प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा जिला व संयुक्त चिकित्सालयों में वाल पेंटिंग लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा संबंधित अधिकारियों को सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर लगवाने के निर्देश व अन्य प्रचार सामग्री का वितरण करने के निर्देश दिए गए हैं।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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