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प्रादेशिक

अगले साल लागू होगा जीएसटी : जेटली

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गांधीनगर| केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को वाइब्रैंट गुजरात वैश्विक निवेश सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने विभिन्न क्षेत्र को निवेश के लिए खोलने में तेजी से फैसले किए। उन्होंने कहा कि चिर प्रतीक्षित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अगले साल लागू हो जाएगा। उन्‍होनें कहा कि मोदी सरकार ने रेलवे 100 फीसदी एफडीआर्इ की अनुमति के सा‍थ-साथ बीमा और रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अधिकतम सीमा बढ़ाई है|

जेटली ने कहा, “पूरी दुनिया में भारत में निवेश करने को लेकर माहौल सकारात्मक है। इसमें काफी वृद्धि होगी।” केंद्र सरकार निवेश आकर्षित करने के लिए तेजी से फैसले ले रही है और देश में निवेश के लिए सकारात्मक माहौल है। विभिन्न मसलों में अध्यादेश का रास्ता अपनाने के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार हाथ पर हाथ धरकर राज्यसभा में विधेयक पारित होने का इंतजार नहीं कर सकती थी। मोदी सरकार ने हाल में और रेलवे में 100 फीसदी एफडीआई को अनुमति दे दी है। जेटली ने कहा कि सरकार आने वाले महीनों में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के रास्ते पर चलती रहेगी।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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