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प्रादेशिक

बिहार : नियोजित शिक्षक हड़ताल पर

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पटना | बिहार में नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इस कारण राजकीय स्कूलों में तालाबंदी रही। हड़ताल के कारण पठन-पाठन कार्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है। राजधानी पटना में भी इस हड़ताल का मिलाजुला असर देखा गया। पटना के हाजीगंज, मसौढ़ी और पटना सिटी के अधिकांश विद्यालयों में हड़ताली शिक्षकों ने तालबंदी कर दी।

 

जमुई, दरभंगा, पूर्णिया और मोतिहारी जिले के विभिन्न विद्यालयों में भी आंदोलनकारी शिक्षकों ने स्कूलों में ताला लगा दिया। खबर यह भी है कि कई स्थानों पर नियोजित शिक्षकों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीडीओ) कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संध के प्रदेश अध्यक्ष पूरण कुमार ने हड़ताल को पूरी तरह सफल बताते हुए कहा कि राज्य में करीब चार लाख नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण सैकड़ों विद्यालय ऐसे ही बंद हो गए हैं। इधर, कई विद्यालयों में तालाबंदी कर दी गई है।

 

उल्लेखनीय है कि नियोजित शिक्षकों को वेतनमान के अलावे एक काम के लिए समान वेतनमान देने तथा सरकारी सेवा में समायोजित करने की मांग को लेकर बुधवार को राज्य के शिक्षा मंत्री प्रशांत कुमार शाही से वार्ता विफल हो गई थी। इसके बाद संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने और विद्यालयों में तालाबंदी की घोषणा की थी। नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर पटना में कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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