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खेल-कूद

टी-20 विश्व कप : इंग्लैंड के साथ मुकाबले में न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी

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टी-20 विश्व कप : इंग्लैंड के साथ मुकाबले में न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी

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टी-20 विश्व कप : इंग्लैंड के साथ मुकाबले में न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी

नई दिल्ली| आईसीसी टी-20 विश्व कप में बुधवार को न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच पहला सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाएगा। टूर्नामेंट में अब तक अजेय रही न्यूजीलैंड इस मुकाबले को जीत कर पहली बार टी-20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाना चाहेगी। कीवी टीम ने अभी तक अपने चारों मैचों में जीत हासिल की है और सेमीफाइनल में वह अपने इस विजयी क्रम को जारी रखना चाहेगी।

न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी हालांकि कागज पर तो काफी प्रभावशाली है, लेकिन मैदान पर उसके बल्लेबाज कुछ ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाए हैं। सिर्फ पाकिस्तान के खिलाफ ही टीम 180 रन के आंकड़े को छू पाई थी।

लेकिन कीवी टीम की गेंदबाजी अभी तक काफी प्रभावशाली रही है। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज मिचेल सैंटनर और लेग स्पिनर इंदरबीर सिंह (ईश) सोढी ने अभी तक अपनी फिरकी से सभी बल्लेबाजों को परेशान किया है। दोनों ने ही भारतीय परिस्थतियों का भरपूर फायदा उठाया है। दोनों ने क्रमश: नौ और आठ विकेट अपने नाम किए हैं।

मिशेल मैक्लेघन और ग्रांट इलियट ने भी अपनी गेंदबाजी से टीम में अहम योगदान दिया है।

टीम ने अभी तक अपने दो शानदार गेंदबाजों टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट का इस्तेमाल ही नहीं किया है। फिरोजशाह कोटला की पिच पर तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की संभावना है। ऐसे में अगर विलियम्सन इन दोनों तेज गेंदबाजों को सेमीफाइनल में मौका देते हैं, तो कीवी टीम और खतरनाक साबित हो सकती है।

दूसरी तरफ इंग्लैंड को वेस्टइंडीज से अपने पहले मैच में क्रिस गेल के तूफान के चलते हार झेलनी पड़ी थी। लेकिन, इसके बाद टीम ने शानदार वापसी की और लगातार तीन जीत दर्ज की जिसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 230 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मिली जीत भी शामिल है।

टीम के पास बेन स्टोक्स, मोईन अली, कप्तान इयोन मोर्गन जैसे बाएं हाथ के तीन शानदार बल्लेबाज हैं, जो टीम के लिए हमेशा ही अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं। वहीं जोए रूट, एलेक्स हेल्स और जोस बटलर के पास टी-20 का अच्छा खासा अनुभव है जो अभी तक टीम के लिए काफी काम आता रहा है।

इंग्लैंड की टीम कोटला की पिच से अच्छी तरह वाकिफ है। वह पहले ही दो मैच यहां खेल चुकी है, जिसका फायदा उसे मिलेगा।

इंग्लैंड के लिए परेशानी का सबब उसकी गेंदबाजी हो सकती है। क्रिस जॉर्डन, डेविड विले ने अभी तक काफी रन लुटाए हैं। 2010 में खिताब अपने नाम करने वाली इंग्लैंड बेशक सेमीफाइनल में दबाव में रहेगी लेकिन कीवी टीम उसे हल्के में नहीं ले सकती।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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