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खेल-कूद

डोपिंग रोधी संगठनों की रियो ओलम्पिक में रूस पर प्रतिबंध की मांग

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डोपिंग रोधी संगठनों की रियो ओलम्पिक में रूस पर प्रतिबंध की मांग

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डोपिंग रोधी संगठनों की रियो ओलम्पिक में रूस पर प्रतिबंध की मांगमॉस्को| ब्राजील में अगले माह आयोजित होने वाले ओलम्पिक खेलों में रूस के प्रवेश पर प्रतिबंध के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) से कम से कम 10 राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संगठन अपील करेंगे। अमेरिकी दैनिक समाचार पत्र ‘न्यूयार्क टाइम्स’ की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है।

कनाडा के वकील रिचर्ड मैकलारेन के नेतृत्व वाले वाडा स्वतंत्र आयोग सोची में आयोजित हुए शीतकालीन ओलंपिक खेलों-2014 में डोपिंग से संबंधित धोखाधड़ी पर एक रिपोर्ट सोमवार को जारी कर सकते हैं।

समाचार पत्र से मिली जानकारी में यह बताया गया है कि अमेरिका, जर्मनी, स्पेन, जापान, स्विट्जरलैंड और कनाडा सहित कम से कम 10 राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संगठनों तथा विश्व भर से ओलम्पियनों का प्रतिनिधित्व करने वाले 20 से अधिक समूहों ने शनिवार को इस बात की पुष्टि कर दी कि वह आईओसी से रियो ओलम्पिक-2016 में रूस के पूरे प्रतिनिधिमंडल पर प्रतिबंध लगाने की अपील की तैयारी कर रहे हैं।

समाचार एजेंसी तास के अनुसार, ट्रेविस टेगार्ट की अध्यक्षता वाली अमेरिकी डोपिंग रोधी एजेंसी (यूएसएडीए) ओलम्पिक और पैरालम्पिक खेलों से रूस की टीम पर प्रतिबंध के लिए आईओसी के अध्यक्ष थोमस बाक से मांग के लिए तैयार है।

टेगार्ट ने अपने मसौदे पत्र में कहा कि इस अपील पर 26 जुलाई तक फैसला आ जाना चाहिए।

रूस की ‘ट्रैक एंड फील्ड’ टीम को एथलेटिक्स संघ द्वारा ओलम्पिक खेलों में प्रतिस्पर्धा करने से प्रतिबंधित किया जा चुका है।

रूस की ओलम्पिक समिति और 68 ‘ट्रैक एंड फील्ड’ एथलीटों ने खेल पंचाट न्यायालय से तीन जुलाई को कुछ मानदंडों को रद्द करने की मांग की थी, जिसका अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (आईएएएफ) ने रूसी एथलीटों के परीक्षण में इस्तेमाल किया था।

रूस के खेल मंत्री विटाली मुतको का मानना है कि रियो ओलम्पिक-2016 में ‘ट्रैक एंड फील्ड’ सहित करीब 390 एथलीट देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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