Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

अनेकता में एकता ही भारत की ताकत : मोदी

Published

on

Loading

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अनेकता में एकता, भारत की ताकत, 'मन की बात' के 25वें संस्करण

narendra modi mann ki baat

नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि अनेकता में एकता ही भारत की ताकत है। उन्होंने कहा कि यह हर पीढ़ी और सरकार की जिम्मेदारी है कि वह देश को महान बनाने की भावना को मजबूत करे।

मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 25वें संस्करण में कई मुद्दों पर बात की। दिवाली की शुभकामना दी, गुरु नानक को याद किया, जवानों के बलिदान को नमन किया और स्वच्छता अभियान पर भी बात रखी।

सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे जवान अपने जीवन का बलिदान कर रहे हैं। हमें यह दिवाली उनके नाम से मनानी चाहिए।”

उन्होंने देश के जवानों के पराक्रम की सराहना की और उन्हें संदेश भेजने के लिए देशवासियों का शुक्रिया अदा किया।

उन्होंने कहा, “देश के प्रत्येक नागरिक को हमारे जवानों पर गर्व है।” उन्होंने कहा, “विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने हमारे जवानों को प्रेम व उत्साह के संदेश भेजे, ठीक उसी तरह जैसे अपनी सलामती के लिए वे दीए जलाते हैं।”

सशस्त्र बलों के कार्यो को नमन करते हुए मोदी ने कहा, “हमारे जवान ड्यूटी पर तैनात हैं और हमारी सुरक्षा कर रहे हैं। इसी वजह से हम दिवाली मना पा रहे हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती (31 अक्टूबर) मनाने की अपील की। उन्होंने कहा, “सरदार पटेल के योगदान को याद कीजिए। उन्होंने हमें एकीकृत भारत दिया और इसे एकीकृत रखना हमारी जिम्मेदारी है।”

मोदी ने कहा, “इतिहास गवाह है कि चाणक्य के बाद, वल्लभभाई पटेल थे जिन्होंने पूरे राष्ट्र को एक झंडे के नीचे एकजुट किया।”

मोदी ने कहा, “अनेकता में एकता देश की ताकत है। कई भाषाएं, जातियां, कपड़े पहनने के कई तरीके, कई तरह के खाने हैं और यही देश की खासियत है। यही भारत को मजबूत देश बनाने का मूलमंत्र है।”

प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को दिवाली के मौके पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दिवाली का त्योहार साफ-सफाई से जुड़ा हुआ है, हर कोई इसमें अपने घर की सफाई करता है।

उन्होंने कहा कि दिवाली अब भारत तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने ध्यान दिलाया कि किस तरह ब्रिटेन की प्रधाननमंत्री थेरेसा मे ने लंदन में दिवाली पर आयोजन किया और ब्रिटेन के हर शहर में दिवाली मनाई गई। यही बात सिंगापुर पर भी लागू होती है।

उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे पटाखे छोड़ते समय बच्चों के साथ रहें। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में छठ पर्व की महत्ता दर्शाते हुए कहा कि यह एकमात्र पर्व है, जिसमें लोग अस्त होते सूर्य की पूजा करते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “दुनिया भर में लोग उगते सूर्य की पूजा करते हैं, लेकिन छठ एकमात्र ऐसा त्योहार है, जिसमें लोग अस्त होते सूर्य की अराधना करते हैं, जो एक बड़ा सामाजिक संदेश देता है।”

प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में गुरु नानक देव के उपदेशों को याद किया। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव का जीवन और उपदेश आज के लोगों के लिए प्रेरणादायी हैं।

मोदी ने कहा, “कार्तिक पूर्णिमा को गुरु नानक देव का जन्मदिन प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। उनके उपदेश भारतीय ही नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत हैं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने गुरु नानक देव के सिद्धांतों को अपने सरकार के आदर्श वाक्य से जोड़ते हुए कहा कि गुरु नानक देव का उपदेश सभी तरह के भेदभाव दूर करने के लिए प्रेरित करता है। ‘सबका साथ, सबका विकास’ गुरु नानक देव के दिए गए गैर-भेदभाव के मंत्र पर आधारित है।

मोदी ने सिख विरोधी दंगों को भी याद किया और कहा कि 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद किस प्रकार सिखों को हिंसा व पीड़ा का शिकार होना पड़ा था।

प्रधानमंत्री ने देश में खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) होने की सभी राज्यों की प्रगति पर खुशी जाहिर की। उन लोगों की प्रशंसा की, जिन्होंने अपने इलाकों में ओडीएफ में मदद करने का काम किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने उस घटना का जिक्र किया, जिसमें एक सैन्यकर्मी ने अपने गांव को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए हजारों रुपये दान में दे दिए।

उन्होंने कहा, “आईटीबीपी के विकास ठाकुर हिमाचल प्रदेश में अपने गांव में छुट्टी पर थे। उन्हें पता चला कि गांव के कुछ लोग पैसे के आभाव में शौचालय बनवाने में असमर्थ हैं। उन्होंने गांव के प्रधान को 5700 रुपये की मदद देकर गांव के 57 परिवारों के लिए शौचालय बनवाने को कहा।”

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending