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नेशनल

अमिताभ ने बाघ संरक्षण रैली को दिखाई हरी झंडी

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मुंबई। महाराष्ट्र में पर्यावरणीय पर्यटन और बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राज्य के ‘टाइगर एंबेसडर’ नियुक्त महानायक अमिताभ बच्चन ने शनिवार को जुहू स्थित अपने आवास जनक से एक मोटरसाइकिल रैली को हरी झंडी दिखाई। अमिताभ (73) ने इस मौके पर कहा, “मेरे लिए एंबेसडर होने के नाते रैली को रवाना करना सौभाग्य की बात है। इस रैली से बहुत से लोगों को नेक काम करने के बारे में जानकारी मिलेगी। ये बाइकर्स सात दिन अलग-अलग जगहों पर रैली निकालेंगे एवं प्रचार करेंगे और लोगों को बताएंगे कि बाघों को कैसे बचाएं।”

रैली की रवानगी के मौके पर महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार भी उपस्थित थे। मुनगंटीवार ने कहा, “बाइकर्स बाघ अभयारण्यों के निकट स्थित गांवों का दौरा करेंगे। वे इन अभयारण्यों के समीप रहने वाले लोगों से बातचीत करेंगे और उन्हें जंगलों एवं वन्य जीवों के संरक्षण के महत्व के बारे में समझाएंगे।”

जनक से करीब 20 बाइकर्स ने अपनी इस सात दिवसीय रैली की शुरुआत की, जबकि तीन बाइकर्स नागपुर में रैली से जुड़ेंगे। ये बाइकर्स न केवल राज्य के चार बाघ अभयारण्यों, बल्कि 100 किलोमीटर दूर चंद्रपुर में स्थित अंतिम मंजिल ताडोबा बाघ अभयारण्य का भी सफर तय करेंगे। इस रैली का उद्देश्य वन्य जीवों व जंगलों के संरक्षण का प्रचार करना है।

आध्यात्म

नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां

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नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है।  मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।

मां को प्रिय है ये भोग

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।

यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा

मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।

माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं

जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥

मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।

दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।

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