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प्रादेशिक

इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गईं कई फिल्में

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शान-ए-अवध इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, इतिहासकार योगेश प्रवीण पर डाक्यूमेंट्री, कुंदन शाह, असीम सिन्हा, अजय ब्रह्मात्मज

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शान-ए-अवध इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, इतिहासकार योगेश प्रवीण पर डाक्यूमेंट्री, कुंदन शाह, असीम सिन्हा, अजय ब्रह्मात्मज

shan-e-avadh film festival

भव्‍यता के साथ संपन्‍न हुआ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल

लखनऊ। 4जी शान-ए-अवध इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के अंतिम दिन की शुरुआत फिल्मों के प्रदर्शन और फिल्म फेस्टिवल के निर्णायक मंडल के सदस्य वरिष्ठ फिल्मकार कुंदन शाह (जाने भी दो यारों, क्या कह्ना) फिल्म एडिटर असीम सिन्हा (ज़ुबेदा, चलो दिल्ली, मोहल्ला अस्सी) के साथ सीनियर फिल्म क्रिटिक्स अजय ब्रह्मात्मज की बातचीत रही, जिसमें कुंदन शाह ने अपने फ़िल्मी सफ़र के बारे में और जाने भी दो यारों के निर्माण सम्बंधित बहुत सी बातें बतायी साथ ही दर्शकों के बहुत से सवालों का जवाब भी दिया।

4जी शान-ए-अवध इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल

फिल्म एडिटर असीम सिन्हा ने एडिटिंग को बहुत ही महत्‍वपूर्ण टूल्स बताते हुये आज के फिल्‍मकारों को नए-नए प्रयोग करने को कहा और एक बार फिर प्रदेश की सरकार को ज़रूरतमंद फिल्ममेकर्स को मदद देने की बात तो वही अजय ब्रह्मात्माज ने इन दिनों बन रही बिना सर पैर की फिल्मों की निंदा कि और नए लोगों को आने को कहा और छोटी जगहों पर रह रहे लोगों से अपील की कि वे भी नए नए प्रयोग करते रहे, एक अच्छा सिनेमा तभी बनेगा जब हम प्रयोग करेंगे।

अवध आर्ट सोसाइटी बनाएगी इतिहासकार योगेश प्रवीण पर डाक्यूमेंट्री

इस मौके पर कुंदन शाह, असीम सिन्हा और अजय ब्रह्मात्मज ने लखनऊ जैसे नॉन मेट्रो शहर में हो रहे इस तरह के आयोजन को शहर एवं प्रदेश के लिए बेहद ज़रुरी बताया। इस बातचीत के बाद फिल्मों का सिलसिला जारी रहा, जिसमें मयंक सिंह व गोकुल जैन की नदियों के संगम तथा उसके स्वच्छ रख रखाव को लेकर हो रहे प्रयास पर हो रहे आयोजन पर आधारित डाक्यूमेंट्री नदी महोत्सव, यक्छाग्न परफॉरमेंस के बैक स्टेज की सच्चाई बयाँ करती ओम श्रीवास्ताव की ‘YKT मुंबई’, एम असाद की फिल्म ‘रियासत में रियासत’, म्यान्मार की लड़कियों की कहानी बयाँ करती एनीमेशन फिल्म ‘ माय लाइफ इ डोंट वांटस और सोलर एनर्जी और बिजली का सही उपयोग को दर्शाती मयंक सिंह की डाक्यूमेंट्री ‘बूंद’  दिखायी गयी।

जिसके बाद निर्णायक मंडल के सदस्य कुंदन शाह, असीम सिन्हा, और अजय ब्रह्मात्माज ने फेस्टिवल में आयी फिल्मों से विजेताओं का एलान किया। इस मौके पर फेस्टिवल डायरेक्टर अश्वनी सिंह ने फेस्टिवल में शामिल हुये सभी फिल्म मेकर्स और ख़ास तौर पर वरिष्ठ फ़िल्मकार कुंदन शाह और असीम सिन्हा और अजय ब्रह्मातमज को धन्यवाद दिया और विजेताओं को बधाई देते हुएए उन्हें फिल्म बनाते रहने की अपील की और इस अवसर पर शान-ए-अवध इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की आयोजन समिति अवध आर्ट सोसाइटी की ओर से लखनऊ की विरासत एवं इतिहासकार डॉ योगेश प्रवीण पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का एलान कियाए जिसकी शूटिंग इसी माह के अंत में शुरू हो जायेगी और बहुत ही जल्द इसका प्रदर्शन किया जाएगा।

जिन फिल्मों को अवार्ड दिया गया बेस्ट डायरेक्टर (शार्ट) अमृता और मैं, बेस्ट फिल्म (लीला), बेस्ट एडिटिंग (लीला), बेस्ट साउंड (नोसेबो), बेस्ट एनीमेशन फिल्म (माय लाइफ आई डोंट वांट), ए बेस्ट म्यूजिक विडियो (ज़ुका व्लास्ट), स्पेशल मेंशन ( दास्तान-ए-रफ़ी) बेस्ट डाक्यूमेंट्री फिल्म (बूँद), बेस्ट स्टोरी, स्क्रीनप्ले (रियासत में रियासत), बेस्ट फोटोग्राफी (इन टू द सर्फ), शान-ए-अवध (द इन्टरनेट अफेयर), जूरी चॉइस अवार्ड (YKT मुंबई)

 

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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