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बिजनेस

इंडियन ऑयल, एनटीपीसी में विनिवेश को मंजूरी

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नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में 10 फीसदी और एनटीपीसी में पांच फीसदी हिस्सेदारी के विनिवेश को मंजूरी दे दी। यह जानकारी यहां एक सरकारी सूत्र ने दी। एनटीपीसी में पांच फीसदी के विनिवेश से सरकार को 5,500 करोड़ रुपये और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में 10 फीसदी विनिवेश से सरकार को 8,000 करोड़ रुपये की आय का अनुमान है।

शेयर बाजार के आंकड़े के मुताबिक, सरकार की हिस्सेदारी एनटीपीसी में 74.96 फीसदी और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में 68.57 फीसदी है। सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के विनिवेश से 41 हजार करोड़ रुपये और कई अन्य कंपनियों में रणनीतिक विनिवेश यानी, प्रबंध नियंत्रण के हस्तांतरण से 28,500 करोड़ रुपये की आय हासिल करने का लक्ष्य रखा है। बुधवार की स्थिति के मुताबिक, एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण 1,11,313.77 करोड़ रुपये और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का बाजार पूंजीकरण 79,321.21 करोड़ रुपये है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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