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उप्र : अब मिड-डे मील में दूध पिलाने की कवायद

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लखनऊ,मिड-डे मील योजना,मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मध्याह्न् भोजन योजना

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लखनऊ । मिड-डे मील योजना के तहत खिचड़ी खाने वाले परिषदीय स्कूलों के बच्चे अब दूध पिएंगे। बच्चों को कुपोषण से निजात दिलाने और उनकी सेहत सुधारने के लिए बच्चों को दूध बांटने की यह व्यवस्था फिलहाल सप्ताह में एक दिन की जाएगी। हालांकि इस सम्बन्ध में अभी कोई लिखित आदेश जारी नहीं हुआ है लेकिन हाल ही में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की इस घोषणा के बाद शिक्षाधिकारी अभी से कवायद में जुट गए हैं।

उत्तर प्रदेश में कभी घटिया भोजन तो कभी छात्र संख्या में हेरफेर के मामलों को लेकर विवादों में रहने वाली मिड-डे मील की व्यवस्था के तहत अब खाने के साथ दूध भी पिलाया जाएगा। इसकी घोषणा बीते दिनों राजधानी में एक सभा में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की थी। उन्होंने कहा था कि मध्याह्न् भोजन योजना के अंतर्गत जुलाई से परिषदीय स्कूलों को दूध बांटने की व्यवस्था की जाएगी।

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब जनपदों में शिक्षाधिकारियों द्वारा अभी से माथापच्ची शुरू कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध अभी तक कोई लिखित निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। लिखित निर्देश प्राप्त होते ही शासन की व्यवस्था के तहत स्कूलों में दूध का वितरण कराया जाएगा। लिखित निर्देश प्राप्त होने के बाद इस संबंध में सभी खंड शिक्षाधिकारियों व प्रधानाध्यापकों को भी जानकारी दी जाएगी, जिससे मिड डे मील में दूध भी शामिल किया जा सके।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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