Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

उप्र : छोटा राजन गिरोह का शार्प शूटर गिरफ्तार

Published

on

Loading

लखनऊ, 22 जुलाई (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश पुलिस की विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने शनिवार को राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर रोड के पास से मुठभेड़ के बाद छोटा राजन गिरोह के शार्प शूटर खान मुबारक को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 15 आधुनिक हथियार और 56 कारतूस बरामद हुए हैं। फिलहाल खान मुबाकर से एसटीएफ एसजीपीजीआइ थाने में पूछताछ कर रही है। एसएसपी एस. आनंद ने बताया, एसटीएफ को खबर मिली कि अंडरवल्र्ड डॉन छोटा राजन गिरोह का सदस्य व शार्प शूटर अंबेडकरनगर में हत्या के अपराध में वांछित खान मुबारक वाराणसी, मिर्जापुर, इलाहाबाद, फैजाबाद तथा लखनऊ जनपदों में जगह बदल-बदल कर रह रहा है और रंगदारी वसूल रहा है। एसटीएफ उस पर नजर रख रही थी। तभी मुखबिर से सूचना मिली कि खान मुबारक अपने किसी परिचित से मिलने थाना पीजीआई के सुल्तानपुर रोड पर झिलझिलपुरवा तिराहा के पास आने वाला है।

उन्होंने बताया, इस सूचना पर निरीक्षक विमल कुमार सिंह की टीम ने मौके पर घेराबंदी कर ली। इसी दौरान सुल्तानपुर रोड से अंसल एपीआई गोल्फ सिटी की तरफ खान मुबारक आता दिखाई दिया, जिसे टीम ने रोकना चाहा पर वह गोलीबारी करते हुए भागने लगा। इस पर टीम और उसके बीच हुई मुठभेड़ के बाद खान मुबारक को गिरफ्तार कर लिया गया।

एसटीएफ के डीआईजी मनोज तिवारी ने बताया, खान मुबारक मुंबई में एक फिल्म निर्देशक की हत्या में जेल में बंद जफर खान उर्फ जफर सुपारी का भाई है। जफर ने ही उसे छोटा राजन के गिरोह में जोड़ा था। खान मुबारक मूल रूप से अंबेडकरनगर के हसंवर, हरसंभार इलाके का रहने वाला है। खान मुबारक पर तीन दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं, जिनमें वह वांछित चल रहा था। खान मुबारक की हिस्ट्रीशीट बीते अप्रैल में खुली थी। इसके बाद से ही पुलिस तथा एसटीएफ की इस गिरोह के अपराधियों पर पुलिस की लगातार नजर थी।

एएसपी आनंद ने बताया, खान मुबारक ने पहला अपराध वर्ष 2006 में किया था। उसे क्रिकेट खेलने के दौरान रन आउट दे दिया था। इस विवाद में उसने एक युवक को गोली मार दी थी, जिसके बाद से वह अपराध करता गया।

उन्होंने कहा, उसके बाद वर्ष 2007 में जेल से छूटने के बाद डाकघर में लूटपाट को अंजाम दिया। वर्ष 2012 में छोटा राजन के दूसरे शूटर ओसामा की 50 लाख रुपये की सुपारी लेकर हत्या कर दी। वर्ष 2012 में ही ईंट भट्ठा मालिक अईनुद्दीन की हत्या की। वर्ष 2014 में जमीन के विवाद में अंबेडकर नगर में मोहन यादव की हत्या और वर्ष 2016 में अपने ही गिरोह के शार्प शूटर शेरू आलम की हत्या को अंजाम दिया।

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह जफर सुपारी के कहने पर लखनऊ में कोई बड़ी वारदात करने के इरादे से आया था, जिसके लिए वह पीजीआई इलाके में छिपा हुआ था।

एसटीएफ ने बताया, खान मुबारक के खिलाफ इलाहाबाद और अंबेडकर नगर में दो दर्जन मुकदमें हत्या, लूट व अपहरण के दर्ज हैं। उसके पास से दो अदद पिस्तौल 7.62 बोर, तीन पिस्तौल 0.32 बोर, एक पिस्तौल नौ एमएम, दो अद्धी 12 बोर, चार देशी बंदूक 12 बोर, एक तमंचा 12 बोर, एक तमंचा 0.315 बोर, एक खोखा कारतूस 7.62 बोर और 56 अदद जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।

गिरफ्तार अभियुक्त खान मुबारक के खिलाफ थाना-पीजीआई में आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

एएसपी ने बताया कि खान मुबारक की गिरफ्तारी के बारे में अंबेडकरनगर पुलिस को सूचित किया गया है। आगे की विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

Continue Reading

नेशनल

उद्धव ठाकरे का बैग चेक करने पर बोला चुनाव आयोग- SOP के तहत हुई चेकिंग, नियम सबके लिए समान

Published

on

Loading

मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के एयरपोर्ट पर बैग चेक होने के मामले में अब चुनाव आयोग ने अपनी प्रतिकिया दी है। चुनाव आयोग ने कहा है कि एजेंसियां SOP का पालन कर रही हैं और उसी के तहत उद्धव के हेलिकॉप्टर की चेकिंग की जा रही है।

चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सभी उम्मीदवारों के लिए समान नियम लागू हैं। इसलिए तलाशी की गई। चुनाव आयोग ने कहा कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और आदर्श आचार संहिता के तहत की जाती है।

बता दें कि एयरपोर्ट पर चुनाव आयोग के अधिकारियों द्वारा अपना बैग चेक करने पर उद्धव भड़क गए हैं। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जब सोमवार को यवतमाल पहुंचे, तो उनके बैग की रूटीन चेकिंग की गई। उन्होंने चुनाव आयोग के अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनका बैग तो चेक किया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह के बैग क्यों नहीं चेक होते?

उद्धव ने अधिकारियों से कहा कि आप लोग मेरा बैग तो चेक करो लेकि जब पीएम मोदी और दूसरे नेता तो उनका बैग चेक करने बजाय अपनी ‘पूंछ’ नहीं झुका लेना। जो भी जांच करनी है, बिना किसी दबाव के करनी चाहिए। उद्धव ने कहा कि जांच करने का तरीका सभी के लिए एक समान होना चाहिए, चाहे वह कोई भी नेता हो। उद्धव ने यह भी कहा कि वह इस वीडियो को जारी करेंगे और लोगों को बताएंगे कि जांच किस तरह होनी चाहिए।

Continue Reading

Trending