Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

एनएसए ने की थी फ्रांसीसी राष्ट्रपतियों की जासूसी : विकिलीक्स

Published

on

पेरिस,फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद,पूर्व राष्ट्रपति निकोला सरकोजी,फ्रांसीसी मंत्रिमंडल के सदस्यों,विकिलीक्स

Loading

पेरिस | फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद, पूर्व राष्ट्रपति निकोला सरकोजी और जैक शिराक तथा फ्रांसीसी मंत्रिमंडल के सदस्यों की अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने जासूसी की थी। यह खुलासा विकिलीक्स ने बुधवार को प्रेस में बयान जारी कर किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, विकिलीक्स ने मंगलवार को पिछले 10 सालों में फ्रांसीसी सरकार के शीर्ष अधिकारियों से संबंधित एनएसए की शीर्ष खुफिया रपट और तकनीकी दस्तावेजों का पुलिंदा ‘एस्पायोनेज एलीसी’ को जारी करने का काम शुरू किया। ये दस्तावेज फ्रांस में लगातार बनीं सरकारों के उच्चस्तरीय अधिकारियों की बातचीत रिकार्ड करने से संबंधित हैं।

बयान के मुताबिक, “दस्तावेज में एलीसी से जुड़े विभिन्न अधिकारियों के फोन नंबर तथा राष्ट्रपति के फोन नंबर से जुड़े ब्यौरे की चुनिंदा जानकारियां भी शामिल हैं।” विकिलीक्स के अनुसार, प्रकाशित होने वाले दस्तावेजों में फ्रांसीसी अधिकारियों के बीच अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और फ्रांस के सामने मौजूद अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चाएं शामिल हैं, जिसमें फ्रांस की जासूसी को लेकर फ्रांस और अमेरिकी सरकारों के बीच एक विवाद पर हुई चर्चा भी शामिल है।

विकिलीक्स के संस्थापक जुलियन असांज ने कहा, “फ्रांसीसी जनता को यह जानने का अधिकार है कि उनकी निर्वाचित सरकार की उनके तथाकथित मित्र देश की तरफ से जासूसी कराई जा रही थी। फ्रांसीसी नेता आने वाले समय में और अधिक जानकारियों की उम्मीद कर सकते हैं।” अमेरिकी जासूसी की खबर ऐसे समय में आई हैं, जब जर्मनी ने इसकी चांसलर एंजेला मर्केल तथा अन्य अधिकारियों की अमेरिका द्वारा की गई कथित फोन टैपिंग की जांच शुरू कर दी है।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

Continue Reading

Trending