बिजनेस
एशिया में बाहरी झटकों से उबरने की क्षमता
चेन्नई| वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज के अनुसार, साल 2015 में वृहद वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के प्रति एशिया का रुख लचीला रहेगा। साथ ही इसमें बाहरी झटकों से उबरने की क्षमता होगी। मूडीज ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बाहरी झटकों के प्रति एशिया कम संवेदनशील है और विश्व के कई क्षेत्रों की तुलना में इसके मूलभूत तत्व ज्यादा बेहतर हैं।
मूडीज के मुख्य क्रेडिट अधिकारी माइकल टेलर ने कहा, “यूरोपीय क्षेत्र तथा जापान में विकास दर धीमी रहने और चीन में जारी आर्थिक सुस्ती का असर अमेरिका में बेहतर संभावनाओं पर भी पड़ा है और इसलिए वैश्विक विकास दर सुस्त है।”
मूडीज के मुताबिक, 2015 की वैश्विक चुनौतियों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक नीति को सामान्य बनाने के लिए कदम उठाना, कमोडिटीज की कम कीमतें तथा चीन का पुर्नसतुलन शामिल है।
हालांकि 2015 में मूडीज को एशिया प्रशांत क्षेत्र में सामान्य पूंजी निवेश की उम्मीद है। मूडीज के मुताबिक विदेशी कर्ज लागत ऐतिहासिक मानदंडों से नीचे ही बनी रहेगी।
रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, तेल आयातक के रूप में एशिया की स्थिति और सरकार द्वारा सब्सिडी कम करने के अवसर से स्पष्ट है कि कच्चे तेल की घटती कीमतें इस क्षेत्र के लिए सकारात्मक है।
हालांकि मूडीज ने आगामी साल के लिए चार मुख्य जोखिम बताए हैं। इसमें चीन में संपत्ति की कीमतों में उम्मीद से ज्यादा गिरावट, कुछ क्षेत्रों को अधिक लाभ, नई यूरो क्षेत्र से संबंधित चिंताएं और वैश्विक वित्तीय बाजार में अस्थिरता में बढ़ोतरी शामिल है।
मूडीज ने कहा कि यदि 2015 के दौरान ब्याज दरों में इजाफा किया गया तो मलेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर और अन्य एशियाई देशों के कुछ क्षेत्रों में जीडीपी अनुपात के समकक्ष घरेलू कर्ज एक चिंता बन सकती है।
नेशनल
ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला
हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला
क्या है पूरा मामला ?
सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।
कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।
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