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प्रादेशिक

ओमफेड अमूल से करेगा साझेदारी

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भुवनेश्वर| ओडिशा राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (ओएमफेड) ने बुधवार को कहा कि वह अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए अमूल के साथ समझौता करने की योजना बना रहा है। ओमफेड के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष बिष्णुपद सेठी ने कहा कि सहकारी संगठन गुजरात स्थित दुग्ध उत्पादन कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के साथ कई वार्ता कर चुका है।

ओमफेड प्लांट्स में दुग्ध की काफी आपूर्ति हो रही है और इसे दूसरे राज्यों में भेजे जाने की जरूरत है, इसलिए अमूल कोलकाता स्थित अपने संयंत्र में ओमफेड का दूध लेने को राजी हो गया है।अमूल ने ओमफेड को यह भरोसा दिलाया है कि वह इसकी खरीद तथा प्रसंस्करण के दौरान गुणवत्ता मानक में सुधार लाने में मदद करेगा।सेठी ने कहा, “अमूल अपनी विशेषज्ञता साझा करते हुए ओमफेड की भुवनेश्वर स्थित इकाई में आईसक्रीम उत्पादन की क्षमता दोगुनी करने में मदद करेगा।”

ओमफेड को प्रतिदिन किसानों से छह लाख लीटर दूध की आपूर्ति हो रही है, जो कि 2014-15 में सिर्फ 4.45 लाख लीटर ही थी। संगठन इस दूघ का आगे इस्तेमाल करने में कठिनाई का अनुभव कर रहा है। यह ग्रामीण आधारभूत विकास कोष के अंतर्गत नबार्ड की मदद से जल्द नया संयंत्र स्थापित कर अपनी क्षमता में वृद्धि की योजना बना रहा है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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