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कांग्रेस को सरकार की आलोचना का अधिकार नहीं : भाजपा

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भुवनेश्वर,केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, भारतीय जनता पार्टी

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भुवनेश्वर | केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि देश को एक वर्ष से भ्रष्टाचार मुक्त रखने वाली केंद्र सरकार की आलोचना का कांग्रेस के पास कोई नैतिक अधिकार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य मुख्यालय में मोदी सरकार का एक वर्ष पूरा होने का जश्न मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में सीतारमण ने पत्रकारों से कहा कि सरकार ने सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार खत्म कर दिया है तथा यह प्रक्रिया आने वाले चार वर्षो तक लगातार जारी रहेगी।

उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पिछली सरकार में लगभग हर दिन कोई न कोई घोटाला हुआ। सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस केंद्र सरकार पर बिना किसी प्रमाण के आधारहीन आरोप लगा रही है तथा उन्हें एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका अदा करनी चाहिए न कि विकास की गति रोकने वाली। उन्होंने कहा कि विपक्ष राज्यसभा में अपनी अधिक संख्या के कारण अहम विधेयकों की राह में अनावश्यक रोड़े अटका रही है।

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ‘सूट-बूट की सरकार’ कहकर मजाक उड़ाने पर सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के नागरिकों तथा गरीबों के हित में कई योजनाएं शुरू की हैं। सीतारमण ने कहा कि सरकार ने कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता लाई, जिसके कारण अबतक 20 कोयला ब्लाकों की नीलामी में ही दो लाख करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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