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प्रादेशिक

कांग्रेस मानसिकता के मतदाताओं की कमी नहीं : मिस्त्री

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बांदा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश में पार्टी प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस की मानसिकता वाले मतदाताओं कमी नहीं है, सिर्फ उन्हें जगाने की जरूरत है। मिस्त्री बुंदेलखंड के बांदा जिला मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी बुंदेलखंड में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने आए थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “प्रदेश में कांग्रेस मानसिकता वाले मतदाताओं की अब भी कमी नहीं है, बस उन्हें जगाने की जरूरत है। पार्टी कार्यकर्ता मतदाताओं के बीच जाएं और उनकी समस्याओं का निराकरण कराएं, जिससे उनका झुकाव पार्टी की ओर हो और इससे पंचायती चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों की जीत होगी।”

मिस्त्री ने कहा कि कांग्रेस जिला पंचायत का चुनाव पूरी ताकत से लड़ेगी और जीतेगी भी। पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि आपस में एक-दूसरे की इतनी आलोचना न करें, जिससे निराश होना पड़े। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रदेश में पार्टी निरंतर कमजोर होती रही है, यहां तक कि सोनिया और राहुल गांधी की जनसभा में भीड़ तो हजारों की होती रही है, लेकिन चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों में बस्ता लगाने वाला नहीं मिलता है।” मिस्त्री ने दावा किया कि डेढ़ साल में लोगों का भाजपा से मोह भंग हुआ है और अब लोगों का रुझान पार्टी की ओर बढ़ा है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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