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किसानों के लिए जानलेवा साबित होगा भूमि अधिग्रहण अध्यादेश: गोविन्दाचार्य

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काशी गोशाला की भूमि पर एस.टी.पी निर्माण असामाजिक, अनैतिक व असंवैधानिक
भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के विरूद्ध 24-25 फरवरी को दिल्ली में धरना

लखनऊ। राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संरक्षक एवं अखिल भारतीय गोरक्षा आंदोलन के नेता केएन गोविन्दाचार्य ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार की नीतियों पर सवाल उठाया है। केन्द्र सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर सवालिया निशान लगाते हुए राष्ट्रवादी विचारक केएन गोविन्दा‍चार्य ने कहा है कि यह अध्यादेश किसानों के लिये जानलेवा साबित होगा। इस अध्यादेश से देश का नहीं औद्योगिक घरानों का विकास होगा।

गोविन्दाचार्य ने काशी गोशाला की भूमि पर जबरिया एसटीपी बनाये जाने के प्रदेश सरकार के निर्णय एवं जिलाधिकारी के प्रयासों को असामाजिक व अनैतिक करार देते हुए असंवैधानिक बताया है। गोविन्दादचार्य ने केन्द व दिल्ली की सरकारों को चुनावी तल्खी छोड़ मिलजुल कर काम करने की सलाह भी दी है। उन्होंने बताया कि केन्द्र  सरकार का भूमि अधिग्रहण अध्या‍देश किसानों के लिए जानलेवा साबित होगा, इसके विरूद्ध देश भर के अनेक सामाजिक एवं किसान संगठन और कार्यकर्ता 24- 25 फरवरी को दिल्लीस में जंतर- मंतर पर धरना देंगे।

उन्होंने जानना चाहा कि क्याे अध्यादेश लाने से पूर्व केन्द्र सरकार ने पूर्व में विकास के तमाम परियोजनाओं के नाम पर अधिग्रहित जमीनों के सम्बान्ध‍ में कोर्इ स्पष्ट नीति बनाई है। उन्होंने अरोप लगाया कि जिस तरह से पूर्व अधिग्रहित की गई जमीनें या तो लावारिश बंजर पड़ी है या फिर औद्योगिक घरानों के प्रयोग में हैं, उसी प्रकार से वर्तमान भूमि अधिग्रहण अध्याैदेश के तहत अधिगृहित जमीनें भी केवल औद्योगिक घरानों के काम ही आने वाली हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान राजग सरकार के घटक दलों ने पिछली सरकार से भी ज्यादा खतरनाक अध्यादेश लेकर आए है। यह किसी भी रूप में स्वीकार नहीं होगा। इसके लिए आंदोलन की शुरूआत 20 फरवरी से हो रही है। 24-25 फरवरी को दिल्ली। में देशभर के सैकड़ों किसान एवं सामाजिक संगठन धरना देंगे। धरने में अन्ना हजारे एवं पी वी राजगोपाल सहित बड़ी संख्याे में सामाजिक कार्यकर्ता शामिल होंगे।

काशी गोशाला भूमि अधिग्रहण- काशी जीवदया विस्तारिणी गोशाला, बनारस के बावन बीघा गोशाला भूमि पर एस टी पी निर्माण को असामाजिक व अनैतिक बताते हुए गोविन्दाचार्य ने कहा है कि यह पूरी तरह से असंवैधानिक कृत्य है।

उन्होंने बताया है‍ कि 15 वर्ष पूर्व सनातन धर्म रक्षक पंडित मदनमोहन मालवीय ने काशी गोशाला से की आधारशिला रखी थी। एस टी पी के एि परियोजना की प्रस्तावना के समय गोशाला से लगभग 3 किमी. आगे सथवां ग्राम में एस टी पी प्रस्ताोवित था, लेकिन प्रदेश सरकार के प्रभाव में राजनैतिक कारणों से जिलाधिकारी द्वारा वहाँ जमीन का अधिग्रहण न करके गोशाला भूमि पर गलत तथ्यों  के माध्यम से  कब्जा किया जा रहा है।

गोविन्दा‍चार्य ने कहा कि गोशाला भूमि अधिग्रहण के मामले में कुछ स्थानीय भाजपा कि जनप्रतिनिधियों की भूमिका भी संदिग्ध है। उन्हों ने कहा कि पूरे मामले से स्था‍नीय सांसद एवं देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी को पत्र लिखकर अवगत कराये जाने के बाद भी उनकी चुप्पी गोरक्षा आंदोलन को दबाने में स्थानीय प्रशासन के लिए सकारात्मक भूमिका में है।

गोविन्दाचार्य न कहा कि गलत तथ्योंम के आधार पर गंगा निर्मलीकरण के नाम पर गोशाला भूमि पर एस टी पी का निर्माण गाय और गंगा रक्षा के लिए घातक है। इस संदर्भ में उन्हों ने महामहिम राज्यीपाल एवं मुख्यामंत्री से मिलकर भी प्रत्या वेदन देने की बात कही।
केन्द्र् व दिल्लीह की सरकार मिलजुल कर करे काम- दिल्लीी चुनाव के बाद की परिस्थितियों का आंकलन करते हुए उसके प्रभाव की चर्चा करते हुए गोविन्दाजचार्य ने कहा कि केन्द्री व दिल्लीक सरकार के बीच चल रही तल्खीउ राष्ट्र् के लिए घातक सिद्ध होगा। चुनावी चर्चाओं और तल्खिओं को चुनाव बाद छोड़ देने की भारतीय राजनीति की स्वषस्‍थ परम्प रा कायम रहनी चाहिए। उन्होंओने कहा कि समाज और राष्ट्र हित में यही है कि केन्द्रि व दिल्लीट की सरकारें नए स्वकस्थह राजनैतिक संस्कृ ति का विकास करें।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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