Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

कैलाश मानसरोवर से लौट रही महिला की मौत

Published

on

लिपूपास (भारत-चीन सीमा),कैलाश मानसरोवर यात्रा,दिल्ली निवासी एक महिला की लौटते,चीन सीमा क्षेत्र,कुमाऊं मंडल विकास निगम

Loading

लिपूपास (भारत-चीन सीमा)| कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले यात्रीदल में शामिल दिल्ली निवासी एक महिला की लौटते समय चीन सीमा क्षेत्र में तबीयत खराब होने से मौत हो गई। कुमाऊं मंडल विकास निगम के महाप्रबंधक त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने दूरभाष पर बताया कि रविवार सुबह दिल्ली निवासी 54 वर्षीय वीना गुप्ता की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई।

मृतका का शव अभी चीनी सरकार के पास है, उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने के कारण शव को हवाईमार्ग से नई दिल्ली नहीं लाया जा सका। दल के शेष 56 यात्री सकुशल भारतीय सीमा लिपूपास में प्रवेश कर गए हैं। यात्री दल के एक सदस्य का स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण उन्हें चीन सीमा में प्रवेश करने से पहले ही वापस कर दिया गया था। कैलाश मानसरोवर यात्रा प्रतिवर्ष इन्हीं दिनों संपन्न होती है। अत्यधिक ऊंचाई पर यात्रा संपन्न होने के कारण सभी श्रद्धालुओं का पहले दिल्ली और बाद में चीन सीमा में प्रवेश से पहले स्वास्थ्य जांच होती है। मृतका के भाई सुरेश गुप्ता ने दिल्ली से दूरभाष पर बताया कि उनकी अविवाहित बहन अकेले ही पहली बार इस यात्रा पर गई थी।

12 जून को दिल्ली से शुरू हुई यात्रा के पहले दल ने उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जनपद अंर्तगत अंतर्राष्ट्रीय चीन, नेपाल तथा तिब्बत से सटे धारचूला के पास स्थित समुद्रतल से 2734 मीटर की ऊंचाई वाले नारायण आश्रम से 76 किलोमीटर पैदल चलकर सिर्खा, गाला, बुदी, गुंजी, नाभीढांग, लिपूपास होते हुए चीन सीमा में 20 जून को प्रवेश किया था। वर्षभर बर्फ से ढके रहने वाले समुद्रतल से 4590 मीटर की ऊंचाई स्थित कैलाश मानसरोवर यात्रा में प्रतिवर्ष लगभग एक हजार श्रद्धालु विभिन्न दलों के माध्यम से यात्रा करते हैं। इस वर्ष से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के बाद अरुणाचल होते हुए कैलाश जाने का दूसरा सुगम मार्ग चीन की सहमति से खोला जा चुका है। अतिदुर्गम तथा विपरीत भूगौलिक पर्वतीय स्थितियों वाले मार्गो से होते हुए संपन्न होने वाली इस यात्रा में 1980 में 56 सदस्यीय यात्री दल सहित स्थानीय नागरिकों की इसी मार्ग में पड़ने वाले यात्री पड़ाव माल्पा में भूस्खलन के कारण मौत हो गई थी।

Continue Reading

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending