प्रादेशिक
खाद्यान्न वितरण व्यवस्था होगी पारदर्शी : सीएम अखिलेश यादव
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को लोक भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में ईपीओएस योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि इससे खाद्यान्न वितरण व्यवस्था को पारदर्शी बनाने में बहुत मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को चुस्त-दुरुस्त, पारदर्शी और उपभोक्ताओं के हित में बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। कार्यक्रम में शिरकत करने आए टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन रतन टाटा का आभार जताते हुए अखिलेश ने कहा कि आज से लगभग एक साल पहले प्रदेश सरकार और टाटा ट्रस्ट्स के बीच विभिन्न क्षेत्रों जैसे कृषि, स्वास्थ्य, न्यूट्रिशन, शिक्षा, माइग्रेंट लेबर आदि में साथ मिलकर काम करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। ईपीओएस योजना इसी के अंतर्गत टाटा ट्रस्ट्स के सहयोग से लागू की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में टाटा का नाम भरोसे का दूसरा नाम है, जो सदियों की ईमानदार मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि इस समझौते में शामिल योजनाओं को लागू करने में टाटा ट्रस्ट्स ने बहुत सहयोग किया है। आम लोगों को पीडीएस से संबंधित दिक्कतों से निजात दिलाने में यह योजना बेहद कारगर साबित होगी।
पहले चरण में टाटा ट्रस्ट्स की सहायता से लखनऊ शहर में 675 राशन की दुकानों पर ईपीओएस मशीनें लगाई गईं, जिनसे वितरण का कार्य किया जा रहा है। आगे प्रदेश के शहरी इलाकों की 1500 राशन की दुकानों, जिनमें हर जिले के कुछ टाउन एरिया के साथ ग्रामीण इलाके भी शामिल हैं, में भी इनके माध्यम से वितरण का कार्य किया जाएगा। दूसरे चरण में प्रदेश के सभी शहरी इलाकों को शामिल किया जाएगा। इन दोनों चरणों की समीक्षा के बाद यह योजना पूरे प्रदेश में लागू की जाएगी।
यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार तथा टाटा ट्रस्ट्स के सहयोग से कुछ दिन पूर्व सर्वाधिक एनीमिया प्रभावित 10 जनपदों में डबल फोर्टिफाइड नमक का वितरण शुरू किया जा चुका है। इससे इन जनपदों की जनता को अब यह नमक उपलब्ध हो गया है, जो उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उचित दर की दुकानों पर ईपीओएस मशीनें लग जाने से अब खाद्यान्न वितरण की रियल टाइम मॉनीटरिंग संभव हो गई है। इसके माध्यम से वास्तविक कार्ड धारकों को शत-प्रतिशत खाद्यान्न वितरण पारदर्शी ढंग से संभव हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ईओपीएस मशीनों का शुभारंभ भी किया। उन्होंने लाभार्थियों को डबल फोर्टिफाइड नमक के पैकेट भी वितरित किए।
अपने संबोधन में रतन टाटा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एक विजनर’ हैं और उनके कुशल नेतृत्व में यह राज्य लगातार प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता जा रहा है। टाटा समूह हमेशा समाज और देश के विकास के प्रति कटिबद्ध रहा है और यह सिलसिला आगे भी चलता रहेगा। प्रदेश सरकार के साथ काम करते हुए उन्हें खुशी हो रही है। पीडीएस को पारदर्शी बनाने के लिए लागू की गई इस योजना में टाटा ट्रस्ट्स द्वारा हर प्रकार की तकनीकी सहायता दी जाएगी।
इस अवसर पर मंत्रिमंडल के सदस्य अभिषेक मिश्रा, शिव प्रताप यादव, हेमराज वर्मा, सांसद डिम्पल यादव सहित मुख्य सचिव राहुल भटनागर, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष नवीन चंद्र बाजपेयी, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार आलोक रंजन, मुख्यमंत्री के सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा, खाद्य आयुक्त अजय चौहान, टाटा ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी आर. वेंकटरमनन मौजूद थे।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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