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गिरजाघरों पर हमले सांप्रदायिक नहीं : उदित राज

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नई दिल्ली| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दलित नेता उदित राज ने कहा कि हाल के दिनों में गिरजाघरों पर हुए हमलों का सांप्रदायिकता से कोई लेना-देना नहीं है।

उदित राज ने एक साक्षात्कार में कहा, “कुछ तत्व हैं जो सरकार को बदनाम करने की नीयत से यह काम करते हैं।”

उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इन हमलों का सांप्रदायिकता से कोई संबंध है।

उदित राज से जब पूछा गया कि मोदी सरकार ने ईसाइयों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए क्या किया, खास तौर से वृद्ध नन के साथ दुष्कर्म जैसी वारदात के बाद तो उन्होंने कहा कि सरकार हर किसी को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा, “चाहे वह ईसाई हो अथवा कोई और केंद्र सरकार सभी के लिए है और हम सभी की सुरक्षा के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं।”

कुछ कट्टरपंथी हिदू संगठनों द्वारा ‘घर वापसी’ अभियान चलाकर मुस्लिमों को हिंदू धर्म में परिवर्तित कराने के सवाल पर उदित राज ने कहा, “इसमें कोई भी सरकारी एजेंसी संलिप्त नहीं थी और यह सभी गलत कारणों से सुर्खियों में रहा था।”

उदित ने कहा, “हमारा नेतृत्व चिंतित है और इस तरह के कदमों से सरकार की छवि को नुकसान न पहुंचे इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर सरकार के मत को पहले ही स्पष्ट कर दिया है।

उत्तर-पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद और ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ एससी/एसटी ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष उदित राज ने कहा, “इस तरह की गतिविधियों में जो लोग शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

उनसे जब पूछा गया कि क्या हिंदुत्ववादी समूहों को यह अहसास हो गया है कि जातिगत भेदभाव के कारण धर्मपरिवर्तन हुए थे तो उन्होंने कहा कि कुछ कारणों से लोगों ने धर्म परिवर्तन किया था।

उन्होंने कहा, “निरक्षरता और अन्य समस्याओं के कारण ऐसी स्थिति बनी।”

दलित नेता उदित से छुआछूत और अन्य इसी तरह की समस्याओं से निपटने के उपायों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दों के लिए संयुक्त दृष्टिकोण की जरूरत है जिसमें सभी शामिल हों।

उन्होंने कहा, “सरकार अकेले सब कुछ नहीं कर सकती। दलितों का जीवन बेहतर बनाने के लिए हर किसी को आगे आना होगा।”

उन्होंने कहा, “वास्तव में सरकार सामाजिक व्यवस्था को नहीं बदल सकती। स्कूल, कॉलेज, मीडिया सभी को आगे आना पड़ेगा ताकि देश में दलितों के जीवन को बेहतर बना सके।”

उदित राज ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (राजग) की सरकार दलितों और गरीबों की स्थिति बेहतर बनाने के लिए प्रयास कर रही है।

इस साल के बाद बिहार और 2017 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए दलितों के समर्थन के सवाल पर उन्होंने कहा, “दलितों को अब यह एहसास हो गया है कि कौन उनका सच्चा शुभचिंतक है।”

उन्होंने कहा, “दलितों का भाजपा को समर्थन बढ़ा है तथा हम इसे और आगे बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।”

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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