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हेल्थ

जरूरत पड़ी तो मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द होगा : सत्येंद्र जैन

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नई दिल्ली, 2 दिसम्बर (आईएएनएस)| दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि मैक्स अस्पताल के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी और यदि जरूरत पड़ी तो उसका लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा। मैक्स अस्पताल ने दो जुड़वां नवजातों को मृत घोषित कर दिया था, लेकिन बाद में जुड़वा बच्चों में से एक जीवित पाया गया था। इस मामले में अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

जैन ने कहा, जब हमें अस्पताल की लापरवाही के बारे में पता चला तो हमने इसकी जांच के आदेश दिए। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यदि वे सही ढंग से काम नहीं करेंगे तो हम अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर देंगे।

उन्होंने कहा कि सोमवार तक जांच रपट आ जाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल को आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के मरीजों का सही से इलाज नहीं करने के लिए 22 नवंबर को कारण बताओ नोटिस दिया गया था।

मेडिकल लापरवाही के इस मामले में शालीमार बाग स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के चिकित्सकों ने शुक्रवार को जुड़वां बच्चों को मृत घोषित कर दिया था और नवजातों के शवों को पॉलिथीन में डालकर परिवार को सौंप दिया था। लेकिन नवजातों को दफनाने से थोड़ी देर पहले एक नवजात को जिंदा पाया गया।

इस घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को जांच के आदेश दिए।

पीड़ित परिवार के मुताबिक, गुरुवार को पैदा हुए ये जुड़वां बच्चे समयपूर्व पैदा हुए थे। एक नवजात पैदा होते ही मर गया, लेकिन दूसरे को कई घंटों बाद मृत घोषित कर दिया गया।

मैक्स अस्पताल ने जारी बयान में कहा, यह हमारे संज्ञान में आया है कि शालीमार बाग के मैक्स अस्पताल ने 22 सप्ताह के नवजात को मृत बताकर परिवार को सौंप दिया। यह नवजात 30 नवंबर की सुबह पैदा हुए जुड़वां बच्चों में से एक था, जबकि दूसरा पैदा होते ही मर गया था।

बयान के मुताबिक, हम इस घटना से दुखी और चिंतित हैं। हमने इसकी जांच शुरू कर दी है और इस मामले से जुड़े चिकित्सक को तुरंत छुट्टी पर जाने के लिए कह दिया गया है।

अस्पताल ने कहा कि वह परिवार के संपर्क में है और उन्हें पूर्ण सहयोग करने के लिए तैयार है।

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दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

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नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

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