बिजनेस
जीएसटी के बाद सोने की मांग 24 फीसदी गिरी
नई दिल्ली, 9 नवंबर (आईएएनएस)| देश में वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सोने की मांग में पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 24 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है और यह 145.9 टन रही। इसकी वजह जीएसटी व धन की हेराफेरी के खिलाफ कड़े नियम माने जा रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई। साल 2016 की तीसरी तिमाही में सोने की मांग 192.8 टन थी।
डब्ल्यूजीसी के प्रबंध निदेशक (भारत) सोमासुंदरम ने कहा, भारत में सोने की मांग गिरी है. इसके पीछे हाल में लागू की गई वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और आभूषण की खुदरा बिक्री पर एंटी मनी लॉन्ड्रिग कानून (एएमएल) लागू होने से ग्राहक सोने की खरीदारी से दूर हुए हैं।
उन्होंने कहा, लगातार तीन तिमाहियों में बढ़त के बाद इस साल तीसरी तिमाही में आभूषणों की मांग में 25 फीसदी की गिरावट आई है और यह 115 टन रही। तथा बार और सिक्कों की मांग में 23 फीसदी गिरावट आई और 31 टन रही। इस गिरावट का कारण (अप्रैल-जून) में की गई अग्रिम खरीद भी है, क्योंकि तीसरी तिमाही में जीएसटी लागू होने से पहले कंपनियां अपना स्टॉक खत्म करने में जुटी थीं।
सोमासुंदरम ने कहा, हालांकि उद्योग पर जीएसटी का असर धीरे-धीरे खत्म हो रहा है, तथा एमएल कानून खत्म करने, त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से चौथी तिमाही में रिकवरी के संकेत मिल रहे हैं।
समीक्षाधीन तिमाही में सोने की वैश्विक मांग 915 टन रही, जोकि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 9 फीसदी की गिरावट है।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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