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जीजेएम के एक और विधायक का पार्टी से इस्तीफा

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कोलकाता। उत्तर बंगाल में अलग गोरखालैंड राज्य के लिए आंदोलन छेड़ने की एक बार फिर धमकी देने वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) की खुद की हालत ठीक नहीं है। पार्टी के एक विधायक त्रिलोक कुमार दीवान ने सोमवार को जीजेएम से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले शुक्रवार को जीजेएम के एक अन्य विधायक हरका बहादुर छेत्री ने पार्टी नेतृत्व पर निरंकुश रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था। छेत्री कलीमपोंग से विधायक हैं।

दीवान ने कहा, “मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। मैंने विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा देने का फैसला किया है।” दूसरी ओर, जीजेएम ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार पर दार्जीलिंग के पर्वतीय क्षेत्रों का कामकाज संभालने के लिए गठित स्वायत्त गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के कामकाज में दखल देने का आरोप लगाया है। जीजेएम ने कहा है कि इस दखंलदाजी के खिलाफ मोर्चा के तीनों विधायक इस्तीफा देंगे।

जीजेएम के नेता और जीटीए अध्यक्ष बिमल गुरंग ने अलग गोरखालैंड के लिए फिर से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी है। छेत्री ने कहा कि तीनों विधायकों के इस्तीफे पर पार्टी नेतृत्व ने एकतरफा फैसला ले लिया। उन्होंने गुरंग समेत पूरे पार्टी नेतृत्व पर निरंकुश रवैया अपनाने का आरोप लगाया। छेत्री ने कहा कि वह जीजेएम छोड़ रहे हैं और निर्दलीय विधायक की तरह काम करेंगे। जीजेएम के महासचिव रोशन गिरि ने आईएएनएस से कहा कि अभी पार्टी को दोनों विधायकों, दीवान या छेत्री के इस्तीफे के बारे में औपचारिक रूप से कोई सूचना नहीं मिली है। सूचना मिलने पर ही पार्टी कुछ कहेगी।

तृणमूल नेता और उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देब ने कहा, “मामला दूसरी पार्टी का है, इसलिए इस पर मेरा कुछ कहना ठीक नहीं है। लेकिन दीवान और छेत्री दोनों ही योग्य विधायक और प्रशासक हैं।” इस बात का कयास लगाया जा रहा है कि छेत्री तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे। लेकिन, उन्होंने खुद इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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