Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

लाइफ स्टाइल

..तो देर तक टिका रहेगा फाउंडेशन

Published

on

Loading

नई दिल्ली| मेकअप में फाउंडेशन का इस्तेमाल आपको अच्छा या बुरा दोनों दिखा सकता है। यह आपके प्रयोग के तरीके पर निर्भर करता है। एक विशेषज्ञ का कहना है कि फाउंडेशन लगाने से पूर्व प्राइमर का प्रयोग करें और फाउंडेशन को हल्के पाउडर की मदद से सेट करें। मेकअप विशेषज्ञ कनिका गौरव टंडन ने फाउंडेशन लगाने के कुछ सुझाव दिए हैं। आइए इन पर एक नजर डालें

-फाउंडेशन लगाने से से चेहरा और हाथ अच्छी तरह धुलें। तैलीय त्वचा वाले चाय पत्ती के तेल, नीम के गुणों और सैलीसिलिक एसिड वाले फेसवॉश का इस्तेमाल करें, ताकि त्वचा शुष्क हुए बिना अच्छी तरह साफ हो जाए।

-उंगलियों की मदद से फाउंडेशन न लगाएं। फाउंडेशन ब्रश अपनाएं। यह आपकी त्वचा को कीटाणु मुक्त रखने में मददगार है।

-फाउंडेशन लगाने से पूर्व प्राइमर का प्रयोग करें। ऐसा करने से फाउंडेशन देर तक टिका रहेगा। प्राइमर चेहरे को केमिकल के संपर्क में आने से बचाता है और इससे आपका चेहरा स्वस्थ दिखता है।

-फाउंडेशन लगाने से पूर्व मॉश्चराइजर, सनस्क्रीन या प्राइमर लगाएं और इसे दो मिनट के लिए सेट होने के लिए छोड़ दें। अगर आपको लगता है कि ऐसा करने से आपकी त्वचा तैलीय लग रही है, तो मुलायम टिश्यू से चेहरा पोछ लें।

-उसके बाद गाल, माथे, ठुड्डी और नाक के ऊपर फाउंडेशन की डॉट लगाएं। पूरे चेहरे पर फाउंडेशन न लगाएं। याद रहे फाउंडेशन लगाने का उद्देश्य चेहरे को ढंकना नहीं, बल्कि चेहरे के कम उजले हिस्से को निखारना है।

-अब चेहरे पर लगाई गई फाउंडेशन की डॉट को ब्रश की मदद से अच्छे से फैला लें।

-फाउंडेशन को हल्के पाउडर से सेट करें। ऐसा करने से आपका लुक नेचुरल लगेगा। पूरे चेहरे पर पाउडर लगाने की जरूरत नहीं है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending