अन्तर्राष्ट्रीय
दाऊद इब्राहिम के करीबी को अमेरिका में जेल
कराची। एक पाकिस्तानी मुद्रा परिवर्तक को धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) की साजिश रचने के आरोप में अमेरिका में 68 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है। इस व्यक्ति का संबंध माफिया डॉन दाऊद इब्राहीम से बताया गया है। ‘डॉन’ ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, अल्ताफ खानानी पहले ही एक साल मियामी जेल में बिता चुका है। उस पर फ्लोरिडा की एक अदालत ने 2,50,000 डॉलर का जुर्माना लगाया है। उसे 29 मार्च को सजा सुनाई गई।
अभियोजन पक्ष के इस अनुरोध पर कि खानानी ने जांच में सहयोग किया है, उसके खिलाफ बाकी के 13 धनशोधन के मामलों को खारिज कर दिया गया। अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट के अनुसार, इसके ग्राहकों में चीनी, मैक्सिकन और कोलंबियाई अपराध समूह और नामित आतंकवादी संगठन शामिल थे।
अमेरिका में गिरफ्तार किए जाने के कुछ महीने बाद ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने नवंबर 2015 में कहा था, “माना जा रहा है कि खानानी के संबंध लश्कर-ए-तैयबा, दाऊद इब्राहिम, अलकायदा और जैश-ए-मोहम्मद से हैं।”
दाऊद इब्राहीम 1993 के मुंबई विस्फोट मामले में भारत में वांछित है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, दाऊद अब पाकिस्तानी नागरिक के तौर पर पाकिस्तान में रह रहा है। हालांकि, इससे पाकिस्तान इनकार करता है।
अक्टूबर 2016 में हस्ताक्षर किए गए याचिका समझौते के अनुसार, खानानी ने अपना जुर्म कबूला और प्रासंगिक अपराध से जुड़ी सटीक और पूरी जानकारी देने पर सहमत हो गया। समझौते में कहा गया था कि अभियोजन पक्ष सजा के दौरान नरमी की सिफारिश करेगा क्योंकि खानानी ने अपराध की जांच के दौरान अधिकारियों की सहायता की है।
जांच में तीन देशों अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूएई की छह कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय किया गया। अदालत ने खानानी को जेल ब्यूरो की हिरासत में भेज दिया। अदालत ने यह भी सिफारिश की वह अपने समय में फ्लोरिडा की एक स्थानीय सुविधा में अपनी सेवाएं देगा। रिहा होने के बाद उसे आव्रजन अधिकारियों को सौंपा जाएगा जो उसके निर्वासन की कार्यवाहियां पूरी करेंगे।
IANS News
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।
इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।
इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
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