Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

नहीं बदला दोगला पाकिस्तान

Published

on

modi-nawaz-sharif-meeting

Loading

भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की गाड़ी 72 घंटे के भीतर ही पटरी से उतर गई। रूस में भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ की मुलाकात के बाद पाकिस्तान ने जिस तरह पलटी मारी, उससे बेहतर उसके दोगलेपल का सुबूत मिलना मुश्किल है। पाकिस्तान के अड़ियल रुख से साफ है कि उसका रवैया बदलने वाला नहीं है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के शीर्ष सलाहकार सरताज अजीज ने साफ कहा कि मुंबई हमला मामले में पाकिस्तान के आरोपियों के खिलाफ सुनवाई के शीघ्र निबटारे के लिए अतिरिक्त जानकारियों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रूस में “अतिरिक्त सूचनाएं” देने की बात कही गई थी।

पाकिस्तान ने एक दिन पहले भी यू-टर्न लेते हुए कहा था कि वह मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के सरगना जकीउर रहमान लखवी की आवाज के नमूने भारत को नहीं सौंपेगा। पाक की हिमाकतों का सिलसिला यही पर नहीं थमता। कश्मीर को लेकर भी पाकिस्तान ने पाकिस्तान ने फिर जहर उगला है और स्पष्ट कह दिया कि कश्मीर मुद्दे को शामिल किए बिना भारत-पाकिस्तान के बीच कोई वार्ता नहीं होगी। ठीक इसी समय पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने भी ईद के बहाने कश्मीरी अलगाववादियों को आमंत्रित किया है। इससे पहले पिछले साल भी दोनों देशों के विदेश सचिवों की प्रस्तावित बातचीन से ऐन पहले भी पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने हुर्रियत नेताओं को आमंत्रित कर भड़काने वाला काम किया था।

कुछ दिन पहले पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में चीनी कैमरे लगाए जाने की भी पुष्टि हुई थी। कुल मिलाकर साफ है कि पाकिस्तान का रुख हमेशा की तरह आक्रामक ही है। पाकिस्तान का हुक्मरान चाहे कोई भी हो, उसका रुख परिवर्तित होने वाला नहीं है। कश्मीर को जबरदस्ती मुद्दा बनाने की कोशिश पाकिस्तान के सत्ता तंत्र की अंदरूनी मजबूरी का भी नाम दिया जाता है लेकिन इससे यह हकीकत नहीं बदलने वाली है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। देश के लोग यह कभी भी स्वीकार नहीं कर सकते कि पाकिस्तान कश्मीर मामले में दखल दे या फिर किसी तीसरे पक्ष को उसका हिस्सा बनाए। ऐसे में पाकिस्तान को अपनी खस्ता माली हालत और अस्थिरता को देखते हुए यह समझना चाहिए कि मोदी और नवाज के बीच बनी सहमति सिर्फ कागजों पर सिमट कर न रह जाए। यह उसके अपने हित में होगा अन्यथा भारत से टकराने का खामियाजा उसे निश्चित ही उठाना होगा।

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending