Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

नीतीश ने मोदी को लिखा खुला पत्र, कहा- ‘डीएनए’ वाला बयान वापस लें

Published

on

Loading

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें उनके ‘डीएनए’ के संदर्भ में दिए गए बयान पर आपत्ति जताते हुए इस इसे वापस लेने की मांग की है। नीतीश ने इस खुले पत्र को ट्विटर पर भी पोस्ट किया है।

नीतीश ने पत्र में लिखा है, “कुछ दिनों पहले बिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आपने मेरे डीएनए पर जो टिप्पणी की, उससे मुझे और समाज के एक बड़े तबके को गहरी ठेस पहुंची है। मेरा मानना है कि आपके इन शब्दों से न सिर्फ बिहार बल्कि राज्य से बाहर रहने वाले लोगों ने भी खुद को अपमानित महसूस किया है।” उन्होंने लिखा, “कुछ दिनों में आप फिर बिहार आने वाले हैं। मैं आपको उन सभी लोगों की ओर से यह पत्र लिख रहा हूं, जो आपकी इस टिप्पणी से आहत हुए हैं। यह आम विचार है कि आपके द्वारा की गई यह टिप्पणी आपके पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है।”

मुख्यमंत्री ने लिखा है कि ऐसे बयानों से इस धारणा को और बल मिलता है कि आप (प्रधानमंत्री) और आपकी पार्टी बिहारवासियों के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं। मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा, “आपके सचेत विवेक ने इन वक्तव्यों की गंभीरता को कैसे नहीं समझा?” पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से अपने शब्दों को वापस लेने का अनुरोध करते हुए कहा कि ऐसा करने से लोगों की आहत भावनाओं को राहत मिलेगी, जिससे आपके प्रति लोगों का सम्मान बढ़ेगा।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों मुजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि एक समय नीतीश ने न्योता देकर भोज रद्द कर दिया। इसके बाद 17 वषरें का भाजपा-जद (यू) गठबंधन तोड़ दिया। उस समय उन्हें दुख हुआ था, लेकिन जब उन्होंने जीतन राम मांझी जैसे महादलित के साथ भी ऐसा किया, तब उन्होंने सोचा की उनके राजनीतिक डीएनए में ही कुछ गड़बड़ है। मोदी अगस्त में बिहार में तीन रैलियों को संबोधित करने वाले हैं।

नेशनल

महाराष्ट्र में बोले अमित शाह- शरद पवार की चार पुश्तें भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, “मैं एमवीए वालों से पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर होना चाहिए या नहीं?

अमित शाह ने आगे कहा, ”अभी-अभी जम्मू कश्मीर के असेंबली में मीटिंग हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस पार्टी ने भी एक संकल्प किया कि धारा 370 वापस लाइए, कश्मीर जो है भारत का अभिन्न यंग नहीं है। मैं आज संभाजी महाराज की भूमि पर कह कर जा रहा हूं- शरद पवार साहब, चाहे आपकी चार पुश्ते भी आ जाएं, हम धारा 370 को वापस नहीं आने देंगे।”

अमित शाह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करके कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 75 साल से राम मंदिर को लटका रही थी। राहुल गांधी अयोध्या नहीं गए, उन्हें वोट बैंक से डर लगता है। हम बीजेपी वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं. हमने काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर भी बनाया, सोमनाथ का मंदिर भी सोने का बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, इसे रोकने का एकमात्र रास्ता बीजेपी की सरकार है। महायुति की सरकार है।

 

Continue Reading

Trending