Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

नोटबंदी को लेकर भाजपा पर गरजे केजरीवाल

Published

on

नोटबंदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नरेंद्र मोदी, लोकसभा, भारतीय जनता पार्टी, भाजपा

Loading

नोटबंदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नरेंद्र मोदी, लोकसभा, भारतीय जनता पार्टी, भाजपा

लखनऊ | नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा हमला बोलते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को उत्तर प्रदेश के लोगों से भाजपा को वोट नहीं देने का आग्रह किया। विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए करीब आधे घंटे के अपने भाषण के दौरान केजरीवाल ने लोगों को अपना धन निकालने के लिए एटीएम और बैंकों के बाहर लाइनों में घंटों खड़ा करने के लिए

‘मोदी को एक सबक सिखाने’ की बात कही। आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा, “आप ने मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया। यदि उत्तर प्रदेश ने 80 सीटों में से 73 सीटें उन्हें नहीं दी होतीं तो वह कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते।” उन्होंने कहा, “अब यह आपका कर्तव्य है कि उन्हें एक सबक सिखाएं।

पूरा देश आपकी तरफ देख रहा है।” भाजपा को 2014 के लोकसभा चुनावों में 80 सीटों में 71 सीटों पर जीत मिली है। उसके एक सहयोगी ने दो सीटें जीती और सिर्फ सात सीटें विपक्षी दलों को मिलीं। उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं। केजरीवाल ने कहा कि यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कट्टर समर्थक भी नोटबंदी से पार्टी के खिलाफ हो गए।

केजरीवाल ने कहा, “मैं एक व्यक्ति से मिला जो भाजपा को पिछले 30 सालों से वोट दे रहा है। उसने मुझसे कहा कि उसने अपने परिवार में कहा है कि आने वाले चुनावों में भाजपा को छोड़ किसी को वोट दे देना।” उन्होंने दूसरे लोगों से ऐसा करने का आग्रह किया। आप नेता ने राजनीतिक पार्टियों को नोटबंदी के बाद नोटों को बैंक खातों में जमा करने पर आय कर नियमों में छूट दिए जाने के कदम को लेकर मोदी पर हमला किया।

उन्होंने सभी पार्टियों के बीते पांच साल के बैंक खातों की एक स्वतंत्र आयोग से जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “भाजपा द्वारा करीब 70 फीसदी चंदा नकदी में लिया जाता है। मैं मोदी जी से कहना चाहता हूं कि वह पहले अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को चंदा चेक से लेने के लिए कहे। तब हम सभी नकदी रहित हो जाएंगे।” उन्होंने मोदी पर गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान कॉरपोरेट कंपनियों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया। केजरीवाल 500 और 1000 रुपये की नोटबंदी के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

By

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending