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पत्रकार जगेंद्र मामले में राज्यपाल से मिले अखिलेश

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरुवार को अचानक राजभवन पहुंचे और राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की। इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से शाहजहांपुर के पत्रकार जगेंद्र सिंह की संदिग्ध हालत में हुई मौत से जुड़े मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की।

राजभवन सूत्रों के अनुसार, चर्चा के दौरान राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि वह जगेंद्र की मौत मामले की निष्पक्ष जांच कराएं, जिससे सही तथ्य सामने आ सके। उन्होंने कहा कि चूंकि पत्रकार से जुड़ा मामला है, इसलिए सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सही जांच से आम जनता में विश्वास पैदा करने की जरूरत है। राज्यपाल ने जगेंद्र सिंह के परिवार को उचित सहायता राशि देने की भी बात कही। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि शाहजहांपुर मामले को लेकर कई राजनैतिक दल, पत्रकार संगठन व अन्य संस्थाओं ने भी ज्ञापन दिया है।

मुख्यमंत्री ने मामले की विस्तृत जांच, बरेली के पुलिस महानिरीक्षक आर.के.एस. राठौर से कराए जाने की बात कही। उन्होंने भरोसा दिया कि जांच पूरी निष्पक्षता, शीघ्रता एवं न्यायोचित ढंग से कराई जाएगी। पत्रकार जगेंद्र ने मौत से कुछ घंटों पहले मजिस्ट्रेट को दिए बयान में खुद पर हमले के लिए मंत्री राममूर्ति वर्मा को जिम्मेदार ठहराया है। जगेंद्र सिंह का परिवार अनशन पर है और मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग कर रहा है।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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