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प्रादेशिक

पुलिस की पिटाई से छात्र की मौत के बाद सड़कों पर उतरे लोग

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patna pradarshan

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पटना। बिहार में राजधानी पटना के एक छात्र की कथित रूप से पुलिस की पिटाई के कारण बुधवार को मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही पटना के छात्र सड़कों पर उतर आए और हंगामा करने लगे। सांसद पप्पू यादव ने मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार, नौकरी पाने की चाहत में छात्र श्याम नारायण उर्फ सिकू राज (18) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की दौड़ में शामिल होने एक जुलाई को किशनगंज गया था।

बताया जा रहा है कि शारीरिक जांच के दौरान सिकू राज की बीएसएफ के अधिकारियों के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गई। इसके बाद बीएसएफ के अधिकारियों ने सिकू को पकड़कर स्थानीय पुलिस को सौंप दिया। सिकू के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने सिकू की जमकर पिटाई की और सड़क पर फेंक दिया। किसी तरह सिकू वापस पटना पहुंचा और अपने दोस्तों को इसकी जानकारी दी। दोस्तों ने पांच जुलाई को पटना के एक निजी अस्पताल में सिकू को भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई।

इधर, सिकू की मौत की खबर मिलते ही छात्र आक्रोशित हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। पटना के करगिल चौक के पास शव के साथ छात्रों ने प्रदर्शन किया। सांसद पप्पू यादव भी इस दौरान मौजूद थे। पप्पू यादव ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें पांच लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की। इधर, किशनगंज के पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने छात्र की किसी तरह की पिटाई से इंकार करते हुए कहा कि इस पूरे प्रकरण में जिला पुलिस की कोई भूमिका नहीं है। बीएसएफ के अधिकारियों ने पुलिस को बुलाया था। पुलिस छात्र को अस्पताल ले गई थी।

छात्र गया जिले के कोच थाना क्षेत्र के मुरेरा गांव का रहने वाला था, जो पटना में रहकर पढ़ाई कर रहा था। मृतक छात्र के पिता अमरेन्द्र नारायण ने आरोप लगाया है कि सिकू की किशनगंज पुलिस ने जमकर पिटाई की, जिससे उसका किडनी और लीवर खराब हो गया। उन्होंने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की। इधर, पटना में छात्रों के आक्रोश को देखते हुए यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

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18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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