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प्रादेशिक

पूर्वोत्तर में बीएसएनएल की एनजीएन सेवा शुरू

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अगरतला, सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी,भारत संचार निगम लिमिटेड,नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क

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अगरतला | सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने यहां नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क (एनजीएन) सेवा शुरू की है। बीएसएनएल की यह प्रौद्योगिकी पूर्वोत्तर क्षेत्र में दूरसंचार प्रणाली में सुधार के लिए मोबाइल प्रौद्योगिकी के समान ही सुविधाएं मुहैया कराएगी। बीएसएनल के पूर्वोत्तर क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) डी.पी. सिंह ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) आधारित प्रौद्योगिकी लैंडलाइन फोन पर एनजीएन ग्राहकों को अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करेगी। इससे पूर्वोत्तर क्षेत्र में दूरसंचार नेटवर्क में सुधार होगा।

मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने शनिवार को शिलांग में नई एनजीएन सेवा की शुरुआत की, जबकि त्रिपुरा में सोमवार रात राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तपन चक्रबर्ती ने इस प्रौद्योगिकी का शुभारंभ किया। सिंह का कहना है कि इस एनजीएन सेवा को धीरे-धीरे पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों में शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनजीएन का उद्देश्य लोगों में मोबाइल की उपयोगिता और लोकप्रियता के बीच लैंडलाइन इस्तेमाल को बढ़ाना है। सीजीएम ने कहा कि इससे टेलीफोन नंबरों और बिल प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं आएगा। प्रोटोकॉल के जरिए वीडियो, तस्वीरें और आंकड़ों जैसी अन्य सुविधाओं को इस्तेमाल करने के अलावा कॉलिंग दरों में भी कोई बदलाव नहीं होगा।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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