Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

फांसी पर लटकाए जाएंगे पेशावर हमले के दोषी

Published

on

Loading

इस्लामाबाद| पाकिस्तान के पेशावर शहर में एक सैन्य स्कूल पर बीते साल दिसंबर में आतंकवादी हमले की साजिश करने और हमलावरों को मदद मुहैया कराने के दोषी जल्द फांसी पर लटकाए जाएंगे। सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने उन्हें फांसी दिए जाने को मंजूरी दे दी है। फिलहाल फांसी की तारीख तय नहीं है। ‘द नेशन’ की रपट के अनुसार, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों को गुरुवार देर शाम 16 दिसंबर, 2014 को पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल (एपीएस) पर हमले का दोषी ठहराया गया था, जिसमें 141 बच्चों सहित 151 लोगों की मौत हो गई थी।

सुरक्षाकर्मियों ने बाद में बंदूकधारी हमलावरों को मार गिराया था, लेकिन इस हमले ने पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया और आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय नाराजगी को भड़काया।

आतंकवादियों को सेना की विशेष अदालतों ने दोषी पाया था। लेकिन इन अदालतों के गठन को चुनौती दिए जाने के कारण उनकी सजा लंबित थी। पिछले सप्ताह पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने इन अदालतों के गठन को न्यायसंगत ठहराया, जिसके बाद उन्हें सुनाई गई सजा को अमल में लाने के लिए सेना प्रमुख ने मंजूरी दे दी।

इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस ने गुरुवार देर शाम कहा कि सुनवाई के दौरान आरोपियों को अपना अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया गया था।

आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमला करने के मामले में मृत्यदंड की सजा पाने वालों में हजरत अली, मुजिबुर रहमान, सबील, मौलवी अब्दुस सलाम शामिल हैं।

वहीं, ताज मुहम्मद को आर्मी पब्लिक स्कूल के आत्मघाती हमलावरों को पनाह देने का दोषी पाया गया।

फांसी पाने जा रहे छठे आतंकवादी की पहचान अतिकुर रहमान के रूप में हुई है। वहीं, हमले से जुड़े सातवें आतंकवादी किफायत उल्ला को आजीवन कारावास दिया गया है।

 

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

Continue Reading

Trending