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लाइफ स्टाइल

फेसबुक पर अधिकांश पोस्ट जलन की भावना से प्रेरित

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टोरंटो। फेसबुक पर अपने अच्छे समय की तस्वीरों को पोस्ट करने का राज जानकर आप दंग रह जाएंगे, दसअसल ऐसा करने का कारण लोगों के अंदर ईष्र्या या जलन की भावना का छिपा होना होता है। एक नए शोध में यह बात सामने आई है। कनाडा की ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता ईजाक-बेनबेसट के अनुसार, “ईष्र्या और व्यक्ति-निष्ठा के दुष्चक्र में पड़कर अधिकांश फेसबुक उपयोगकर्ता दूसरों से खुद की तुलना करने लगते हैं और उसके बाद अपने आप को सर्वश्रेष्ठ दिखाती हुई पोस्ट्स को फेसबुक पोस्ट करते हैं।”

बेनबेसट के अनुसार, “सोशल मीडिया के अधिकाधिक उपयोग को अवसाद, चिंता और आत्ममुग्धता से जोड़ा गया है। लेकिन इसके कारणों को अच्छी तरह से समझाया नहीं गया है। इस शोध में हमने पाया है कि इसकी प्रमुख वजह ‘ईष्र्या की भावना’ है।” उनके अनुसार, यात्राओं के दौरान खींची गई तस्वीरें इस ईष्र्या की जननी होती हैं, जो उनके फेसबुक मित्रों को उनकी तस्वीरों से बेहतर तस्वीर डालने के लिए प्रेरित करती हैं।

उन्होंने बताया कि फेसबुक पर इस तरह से जिंदगी का अवास्तविक चित्रण लोगों को प्रेरित करने के लिए नहीं, बल्कि दिखावे और ईष्र्या के उद्देश्य से किया जाता है। सोशल नेटवर्क की कार्य क्षमता ईष्र्या उत्प्रेरण व्यवहार का प्रोत्साहन करती है, जिसमें बदलाव की उम्मीद काफी कम है। उन्होंने बताया “लोगों में अपनी जिंदगी से जुड़ी घटनाओं और तस्वीरों को फेसबुक पर प्रकाशित करना एक लत बन चुकी है और इससे दूर जाना काफी मुश्किल है। लेकिन यह जानना भी बेहद महत्वपूर्ण है कि इससे उनकी जिंदगी पर क्या प्रभाव पड़ रहा है।”

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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