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प्रादेशिक

बाजार में ‘मोदी’ और ‘पीके’ राखी की धूम

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लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मार्केट वैल्यू’ अब भी बरकरार है, बाजारों में इसका साफ असर देखने को मिल रहा है। मोदी गुझिया, पतंग, कुर्ते, पिचकारी और पटाखों के बाद अब बाजार में ‘मोदी राखी’ ने धूम मचा रखी है। वहीं ‘पीके राखी’ भी इसे बराबर की टक्कर देती नजर आ रही है। भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का त्योहार रक्षाबंधन इस साल 29 अगस्त को मनाया जाएगा। अब त्योहार के चंद दिन ही बचे हैं और बाजार रंग बिरंगी राखियों से पूरी तरह सज चुका है। इन राखियों में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी है ‘मोदी राखी’। यह बहनों की पहली पसंद भी बनकर उभरी है।

वहीं ‘पीके’ भी ‘नमो’ को बराबर की टक्कर दे रही है। यह बच्चों को खूब भा रही है और बच्चे इसकी ओर बेहद आकर्षित हैं।

दुकानदार सुरेश का कहना है जिस तरह मोदी देश की रक्षा कर रहे हैं, उसी तरह बहनें भी चाहती हैं कि उनकी रक्षा उनके भाई करें।

एक अन्य दुकानदार अतुल ने बताया कि यहां ‘मोदी’ और ‘पीके’ दोनों ही रखियों की अत्यधिक मांग है। लोग इन राखियों के लिए फरमाइश करते हैं।

 

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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