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अन्तर्राष्ट्रीय

बॉबी जिंदल ने की ईरान परमाणु समझौते की आलोचना

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वाशिंगटन। अमेरिका के लुसियाना प्रांत के गवर्नर भारतीय मूल के बॉबी जिंदल और राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के अन्य उम्मीदवारों ने ईरान के साथ ऐतिहासिक परमाणु समझौते की आलोचना की और कहा कि यह समझौता ज्यादा समय तक नहीं टिक पाएगा।

जिंदल ने ईरान परमाणु करार का विरोध करने की तीन वजहें बताईं, जिनमें पहली यह है कि परमाणु करार में ईरान को ‘हजारों यूरेनियम संवर्धन संयंत्रों’ को चालू रखने की अनुमति दी गई है, जिससे ईरान की यूरेनियम संवर्धन क्षमता बनी रहेगी। जिंदल ने अपनी दूसरी वजह में कहा कि ईरान के नेताओं को इजरायल विरोधी आतंकवादी संगठनों जैसे हमास और हिजबुल्ला के साथ अपने संबंध खत्म करने की जरूरत नहीं होगी।

जिंदल ने अपने विरोध की तीसरी वजह निरीक्षकों को परमाणु स्थलों के स्वतंत्र दौरे की अनुमति नहीं देना बताया। जिंदल ने कहा कि इन सबके बावजूद राष्ट्रपति बराक ओबामा कहते हैं कि ‘हम कभी भी कहीं भी निरीक्षण दौरे के लिए जा सकते हैं’। जिंदल ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इस करार के साथ हम मध्य पूर्व में परमाणु हथियारों की होड़ को समाप्त कर पाएंगे।”

जिंदल ने आशा जताई कि डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की प्रबल उम्मीदवार और राष्ट्रपति ओबामा की मौजूदा विदेश नीति की रचयिता ‘हिलेरी क्लिंटन को भी आगे आकर इस परमाणु करार का विरोध करना चाहिए और कहना चाहिए कि यही समय है, जब अमेरिका को इजरायल के साथ खड़ा होना चाहिए’। उन्होंने कहा, “अमेरिका के पास अभी भी वक्त है कि वह आगे आकर कहे कि हम ईरान को परमाणु शक्ति नहीं बनने देंगे।” जिंदल ने कहा कि यदि वह अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाते हैं, तो वह ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाएंगे।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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