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अन्तर्राष्ट्रीय

ब्रिटेन : कक्षाओं में स्मार्टफोन पर रोक की तैयारी

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लंदन। ब्रिटेन में स्कूलों में टैबलेट और स्मार्टफोन के बढ़ते प्रयोग से बच्चों के प्रदर्शन पर असर पड़ रहा है, इसे देखते हुए इन पर अब प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा है। कक्षाओं में तकनीक के इस्तेमाल को कम करने के उद्देश्य से स्कूली बच्चों में टैबलेट और स्मार्टफोन के प्रभाव का विश्लेषण करने के लिए ब्रिटिश सरकार ने सरकारी विशेषज्ञ और पूर्व शिक्षक टॉम बेनेट को नियुक्त किया है।

स्कूल मंत्री निक गिब्ब ने रविवार को जारी वक्तव्य में कहा, “शिक्षकों को कमजोर विद्यार्थियों को संभालने का प्रशिक्षण किस प्रकार दिया जाए, इस विषय पर अनुसंधान करने के साथ ही इसमें कई अन्य विस्तृत विषयों जैसे स्कूल में मोबाइल फोन और अन्य उपकरणों के प्रयोग जैसे मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा।” गिब्ब ने कहा, “2010 से हमने कक्षा में अच्छा व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए अध्यापकों को ज्यादा शक्ति दी थी। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि देशभर के स्कूलों को दी जाने वाली सलाह और नीतियां 21वीं सदी के संदर्भ में भी उपयुक्त हों। ”

जून में बेनेट ने, इस विषय की समीक्षा की थी कि कक्षा में व्यवधान का मुकाबला करने में प्रारंभिक शिक्षक प्रशिक्षण किस प्रकार मददगार हो सकता है। गिब्ब ने कहा, “स्कूलों में मोबाइल फोन के प्रयोग से लेकर बच्चों के व्यवहार को लेकर अभिभवकों के रवैए जैसे विषयों की गहराई से पड़ताल करके यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गलत व्यवहार के कारण किसी भी छात्र की शिक्षा में व्यवधान न पड़े।”

वक्तव्य के अनुसार, मुख्य निरीक्षक सर माइकल शॉ ने कई स्कूलों को निर्देश जारी कर दिया है कि कक्षा में छात्रों द्वारा फोन लाने पर प्रतिबंध लगाया जाए। बेनेट ने कहा, “तकनीक समाज और यहां तक कि कक्षाओं में भी बदलाव ला रही है, लेकिन स्मार्टफोन के कारण शिक्षा में व्यवधान पड़ने के मामले आमतौर पर दिखाई देते हैं।” सही तरीके से इस्तेमाल किए जाने पर तकनीक छात्रों के शिक्षण अनुभवों को बेहतर कर सकती है। कई स्कूलों में शिक्षा में सहयोग के लिए स्मार्टफोन और टैबलेट्स जैसे उपकरणों को प्रयोग में लाया जाता है।
शिक्षकों ने जानकारी दी है कि कक्षा में व्यक्तिगत उपकरण लाने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या शिक्षण में व्यवधान उत्पन्न करती है। लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स ने मई में यह पता लगाया कि कक्षा में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने पर छात्रों को एक शैक्षणिक वर्ष में एक अतिरिक्त सप्ताह की पढ़ाई जितना लाभ मिल सकता है। रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि फोन पर प्रतिबंध लगाने पर कमजोर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को ज्यादा लाभ मिलता है।

बेनेट ने कहा, “समस्या की असली गहराई का पता लगाने के लिए अब मैं बच्चों के व्यवहार से जुड़ी चुनौतियों और अब इस मामले की ज्यादा गहराई से पड़ताल करूंगा, ताकि बच्चे का ध्यान बेहतर ढंग से सीखने पर केंद्रित करने के उपाय किए जा सकें।”

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IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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