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ब्लैक मनी के दावे पर भारी रेड्डी की बेटी की ‘शाही शादी’, आईटी की नजर

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shahi marriageबेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और बड़े खनन कारोबारी गली जनार्दन रेड्डी की बेटी की बुधवार को हुई शानदार शादी की भव्यता को लेकर भृकुटियां तन गई हैं। यह शादी ऐसे समय हुई जब लाखों लोग नकदी के लिए एटीएम के बाहर कतारों में खड़े हो रहे हैं।

नव दंपति को बधाई और आशीर्वाद देने के लिए करीब 50,000 लोग बेंगलुरु पैलेस में जमा हुए। रेड्डी के सहयोगी मंजू स्वामी ने कहा, सुबह में शुभ मुहूर्त पर राजीव रेड्डी 25 और ब्रह्मणी 21 दर्जन भर पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हिन्दू रीति रिवाज से शादी के बंधन में बंध गए।

राजीव हैदराबाद के उद्योगपति विक्रमदेव रेड्डी के पुत्र हैं और उनके विदेशों में कारोबार हैं। उपमहाद्वीप में सबसे खर्चीली शादियों में एक, पांच दिवसीय शानदार कार्यक्रम की सर्वत्र आलोचना और इससे इष्र्या हुई।

पूर्व भाजपा विधायक 49 वर्षीय रेड्डी करोड़ों रुपये के खनन घोटाले में कथित रूप से संलिप्त होने के कारण 40 महीने तक जेल में रहने के बाद जमानत पर चल रहे हैं। इस घोटाले के उजागर होने के बाद साल 2010-11 में इस दक्षिणी राज्य में राजनीतिक भूचाल आ गया था।

हालांकि जनवरी, 2015 में सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद रेड्डी सामान्य ढंग से जीवन जी रहे थे, लेकिन शादी के निमंत्रण पत्र के साथ एलसीडी टीवी और विवाह से पूर्व कार्यक्रम के वीडियो भेजने के बाद वह पुन: चर्चा में आ गए। स्वामी ने कहा, ब्राह्मणी उनकी इकलौती बेटी है, वे उसकी शादी शानदार ढंग से और अलग तरीके से करना चाहते थे ताकि लोग इसे लंबे समय तक याद रख सकें।

शादी से पहले 10 नवम्बर को अपने गृहनगर बेल्लारी में रेड्डी ने कहा था कि वह एक महीने के भीतर शादी खर्च के हिसाब आयकर विभाग के महानिदेशक को दे देंगे। हालांकि उन्होंने स्थानीय मीडिया के साथ शादी खर्च का अनुमान साझा नहीं किया।

बेंगलुरु स्थित एक कानूनी कार्यकर्ता टी.नरसिम्हा मूर्ति (52) ने आरोप लगाया कि रेड्डी ने अपनी बेटी की शादी पर ऐसे समय 500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं जब लोग बैंकों और डाक घरों से पैसे पाने के लिए हर दिन संघर्ष कर रहे हैं। कार्यकर्ता ने कहा कि रेड्डी ने रॉयल पैलेस 12 नवम्बर से पांच दिनों के लिए बुक किए थे और चेन्नई, मुंबई व हैदराबाद के अनेक फिल्मी सितारों और अन्य हस्तियों को आमंत्रित किए थे।

मूर्ति ने कहा कि रेड्डी ने शादी के स्थल पर विजनगर साम्राज्य की प्रतिमूर्ति बनवाई थी और ब्राजील के नर्तकियों समेत विदेशों से सांस्कृतिक मंडलियां बुलाई थीं। रेड्डी द्वारा वित्त पोषित स्थानीय समाचार टीवी चैनलों को छोडक़र मीडिया को शादी समारोह को कवर करने की इजाजत नहीं थी, क्योंकि यह पारिवारिक कार्यक्रम था और सुरक्षा की चिंताएं भी कारण थीं।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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