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भाजपा नारीत्व का मतलब नहीं समझती : कांग्रेस

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Tom-Vadakkanनई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य विनय कटियार के प्रियंका गांधी वाड्रा के बारे में दिए बयान के अगले दिन गुरुवार को कांग्रेस ने कहा कि ‘भाजपा नारीत्व का मतलब नहीं समझती।’

प्रियंका गांधी का नाम उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस की स्टार प्रचारक के रूप में सामने आने पर कटियार ने कहा था, “उनके आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। वह बहुत सुंदर नहीं हैं, उनसे सुंदर तो हमारी पार्टी में कई महिलाएं हैं। स्मृति ईरानी उनसे ज्यादा सुंदर हैं, वह जहां भी जाती हैं भीड़ उमड़ती है और वह भाषण भी अच्छा देती हैं। हेमा मालिनी हैं और भी कई फिल्म अभिनेता-अभिनेत्री हमारी पार्टी में हैं।”

कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कहा कि भारतीय संस्कृति और सदाचार की बात करने वाले इन लोगों के डीएनए में नारी के प्रति सम्मान का तत्व होना चाहिए। भारत नारी को अर्धनारीश्वर यानी शिव और दुर्गा के संयुक्त रूप का एक हिस्सा मानता है।

उन्होंने कहा, “इस अवधारणा को जो तथाकथित सांस्कृतिक निकाय और संगठन नहीं मानते, अगर नारी का सम्मान नहीं करते, तब गंभीर समस्या है।”

वडक्कन ने कहा, “आपको ऐसे संगठनों से जुड़े लोगों को बहुत नजदीक से परखने की जरूरत है, क्योंकि वे ऐसा वोट पाने के लिए कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि नारी का सम्मान करना सीखे बिना इस देश में या दुनिया में कहीं भी कोई राजनीतिक पार्टी प्रगति कर सकती है।”

उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को नारीत्व का मतलब और सांस्कृतिक सदाचार सीखने की जरूरत है, जो इन सांस्कृतिक संगठनों के मौजूदा तानेबाने में गायब है।

उनका इशारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर था, जो ‘ढोल गंवार शूद्र पशु नारी, ये सब ताडऩ के अधिकारी’ वाले सिद्धांत को मानता है।

कटियार के बयान पर प्रियंका गांधी ने त्वरित प्रतिक्रया देते हुए कहा था कि इससे भाजपा की मानसिकता का पता चलता है। उनके बयान की उनकी पार्टी में भी निंदा की गई है और राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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