Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

भारतीय बुजुर्ग हमला मामले में जूरी ने एक और दिन मांगा

Published

on

Loading

वाशिंगटन। भारतीय बुजुर्ग पर हमले के मामले में निर्णायक मंडल ने लगातार दो दिन तक विचार करने के बाद एक दिन और विचार के लिए मांगा है। इस मामले में अलबामा के पुलिस अफसर पर आरोप है कि उसने भारतीय सुरेशभाई पटेल को फरवरी में जमीन पर पटक दिया था। इससे पटेल की रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी।

ए वन डाट कॉम के मुताबिक निर्णायक मंडल ने हंट्सविले की संघीय अदालत की न्यायाधीश मैडलिन ह्यूज हैकाला से मंगलवार दोपहर को कहा कि वह पुलिस अफसर एरिक पार्कर (27) के खिलाफ मामले में किसी सर्वसम्मत फैसले तक नहीं पहुंच सका है। निर्णायक मंडल ने न्यायाधीश हैकाला से एक और दिन मांगा। हैकाला को एक नोट भेजकर पूछा, “हमने दो बार वोटिंग की लेकिन सर्वसम्मत फैसले पर नहीं पहुंच सके। अब हमें क्या करना चाहिए?”

इस पर हैकाला ने कहा कि यह मानने की कोई वाजिब वजह नहीं है कि संघीय सरकार मामले में फिर से मुकदमा चलाने के लिए एक अधिक आत्मविश्वासी और अधिक न्यायपरक निर्णायक मंडल का चयन कर सकेगी। न्यायाधीश ने निर्णायक मंडल का ध्यान मामले पर अब तक हुए खर्च और भावनात्मक दबावों की तरफ खींचा और कहा कि अगर संभव हो तो मामले को खत्म करने के लिए विचार विमर्श जारी रखें।

इस मामले में आरोप है कि पार्कर ने पटेल को संदिग्ध समझ कर उन पर जरूरत से कहीं अधिक बल का प्रयोग किया था। इस वजह से पटेल को ऐसी चोट लगी कि वह व्हीलचेयर पर पहुंच गए। पटेल का कहना है कि उन्होंने अफसर को बताने की कोशिश की थी कि उन्हें अंग्रेजी नहीं आती। उन्होंने किसी भी तरह से अफसर को धक्का देने की कोशिश नहीं की थी। उंगली के इशारे से अपने घर के बारे में भी बताया था।
पटेल इस घटना से कुछ ही दिन पहले अपने पोते की देखभाल करने के लिए अमेरिका आए थे। मामले के पहले निर्णायक मंडल ने कोई सर्वसम्मत फैसला न देते हुए पार्कर को इलजाम से बरी कर दिया था। इसके बाद फिर से मुकदमा चलाने का आदेश दिया गया था। अगर पार्कर दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें 10 साल तक कैद की सजा हो सकती है।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

Continue Reading

Trending