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मंत्री ने तिलक की ‘पुण्यतिथि’ पर ‘जयंती’ बता नमन किया

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लखनऊ, 1 अगस्त (आईएएनएस/आईपीएन)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्रियों ने बाल गंगाधर तिलक की 97वीं पुण्यतिथि पर उन्हें सोशल साइट्स सहित अन्य माध्यमों के जरिये नमन किया। वहीं जहां एक तरफ सभी मंत्री तिलक की पुण्यतिथि मना रहे थे, वहीं दूसरी ओर योगी सरकार के ग्राम्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेंद्र सिंह ने तिलक को उनकी जयंती बता कर शत शत नमन किया।

डॉ. महेंद्र सिंह ने ट्विटर के माध्यम से तिलक की जयंती बताकर उन्हें नमन किया।

उन्होंने ट्विटर पर तिलक की फोटो के साथ अपनी भी फोटो पोस्ट की और लिखा, ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’ के उद्घोषक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जयंती पर उन्हें शत शत नमन।

इसी तरह योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने ट्वीट किया, ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’ का नारा देने वाले बाल गंगाधर तिलक जी की 97वीं पुण्यतिथि पर शत शत नमन।

प्रदेश के पर्यटन विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह ने ट्वीट किया, ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा!’ की आवाज उठाने वाले बाल गंगाधर तिलक जी की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन।

बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई, 1856 को रत्नागिरी जिला, महाराष्ट्र में और निधन एक अगस्त, 1920 को बंबई, महाराष्ट्र में हुई थी। बाल गंगाधर तिलक जन्म से केशव गंगाधर तिलक, एक भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, वकील और एक स्वतंत्रता सेनानी थे।

ये भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के पहले लोकप्रिय नेता हुए। ब्रिटिश औपनिवेशिक प्राधिकारी उन्हें ‘भारतीय अशांति के पिता’ कहते थे। उन्हें, ‘लोकमान्य’ का आदरणीय शीर्षक भी प्राप्त हुआ। इन्हें हिंदू राष्ट्रवाद का पिता भी कहा जाता है।

तिलक ब्रिटिश राज के दौरान स्वराज के सबसे पहले और मजबूत अधिवक्ताओं में से एक थे तथा भारतीय अंत:करण में एक प्रबल आमूल परिवर्तनवादी थे। उनका मराठी भाषा में दिया गया नारा ‘स्वराज्य हा माझा जन्मसिद्ध हक्क आहे आणि तो मी मिवणारच’ (स्वराज यह मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर ही रहूंगा) बहुत प्रसिद्ध हुआ। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कई नेताओं से एक करीबी संधि बनाई, जिनमें बिपिन चंद्र पाल, लाला लाजपत राय, अरविंद घोष, वी.ओ. चिदंबरम पिल्लै और मुहम्मद अली जिन्नाह शामिल थे।

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नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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