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नेशनल

मणिपुर में विस्फोट, 2 जवान शहीद

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इम्फाल, 13 नवंबर (आईएएनएस)| भारत-म्यांमार सीमा के पास मणिपुर के चंदेल जिले में सोमवार को एक बम विस्फोट में 18 असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए, जबकि छह अन्य घायल हो गए। पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि यह घटना जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के पास सुबह छह बजे हुई। संदिग्ध विद्रोहियों ने सड़क किनारे रखे बम में रिमोट से विस्फोट कर दिया।

इस हादसे में राइफलमैन इंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि राइफलमैन सोहनलाल ने घायल होने के कुछ घंटों के भीतर दम तोड़ दिया।

जवान सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों के साथ सुबह की सैर पर निकले थे और जैसे ही वे जिला कलेक्टर के कार्यालय के पास पहुंचे, बम विस्फोट हो गया।

पड़ोसी जिलों के अतिरिक्त सुरक्षाबल व्यापक तलाशी अभियान के लिए मौके पर पहुंचे।

अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

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आध्यात्म

नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां

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नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है।  मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।

मां को प्रिय है ये भोग

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।

यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा

मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।

माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं

जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥

मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।

दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।

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