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प्रादेशिक

मप्र में बिजलीघरों की राख का उपयोग बढ़ाने की कोशिशें

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मध्य प्रदेश के ताप बिजलीघरों, राख का भंडारण, उपयोग बढ़ाने की कोशिशें, फ्लाई ऐश, रेड ब्रिक के कारखानों पर रोक

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भोपाल| मध्य प्रदेश के ताप बिजलीघरों से निकलने वाली राख का भंडारण बढ़ता जा रहा है, लिहाजा सरकार ने इस राख (फ्लाई एश) का उपयोग बढ़ाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। बताया गया है कि प्रदेश में कार्यरत ताप विद्युत गृह की 100 किलोमीटर परिधि वाले जिलों में भवन और सड़क निर्माण से संबंधित कार्यो में फ्लाई ऐश और उससे बनी सामग्री का उपयोग आवश्यक रूप से करने के निर्देश भारत सरकार के वन और पर्यावरण मंत्रालय ने लिए हैं। इन जिलों में मिट्टी से बनने वाली ईंट (रेड ब्रिक) के कारखानों पर रोक भी लगाई जानी है।

राज्य के नगरीय विकास और पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव ने बिजलीघरों की राख के उपयोग के संदर्भ में सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में चल रहे ताप विद्युतगृहों में बीते वर्ष एक करोड़ मीट्रिक टन राख का उत्पादन हुआ। इसमें लगभग 50 प्रतिशत राख का उपयोग ही ईंट बनाने तथा अन्य कार्यो के लिए हो सका है। ऐसे में फ्लाई एश के उपयोग के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए।

 

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18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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